मुंगेर के धरहरा में कांबिंग ऑपरेशन से बौखलाए नक्सलियों ने एक किसान को मौत के घाट उतारा
लालमोहन महाराज मुंगेर
मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित लड़े या टांड थाना क्षेत्र में पुलिस के द्वारा चलाए गए सर्च अभियान के बाद न क्सलियों ने दहशत फैलाने के उद्देश्य से विजय पहाड़ में एक किसान के पेट में चाकू घोंप कर हत्या कर दी । वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर दल बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मुंगेर भेज मामले की छानबीन कर रहे हैं। हालांकि मृतक के परिजन भी अभी तक पुलिस पदाधिकारी को कुछ भी बताने में असमर्थ दिख रहे हैं । सूत्रों की माने तो पैसरा जंगल में सीआरपीएफ कैंप बनने व लगातार चल रहे सर्च अभियान से बौखलाए नक्सली देर रात्रि भूख लगने के बाद अपने सेफ जोन विजय पहाड़ पहुंचे। जहां अपने खेतों की रखवाली कर रहे गोरैया निवासी 42 वर्षीय प्यारी को ड़ा से बहुत देर तक बातचीत की। इसके बाद नक्सलियों ने चॉकलेट खाया और प्यारी को ड़ा को भी खिलाया। अपने सूत्रों से भी मोबाइल से बातचीत की। नक्सलियों ने अपने साथियों से बातचीत के दौरान यह स्वीकार किया कि विजय पहाड़ में अपने खेतों की रखवाली करने वाले नक्सल प्रभावित क्षेत्र के एकमात्र किसान प्यारी को ड़ा बराबर हम लोगों की गतिविधि पर नजर रखता है । पुलिस को अगर प्यारी को ड़ा सब कुछ बता दिया तो हम लोग नहीं बच पाएंगे। हथियारबंद नक्सली आपस बातचीत करते हुए प्यारी कोड़ा के पेट में चाकू घोंप कर निर्मम हत्या कर दी। हत्या की सूचना सुबह जंगल की ओर गए लकड़हारे और ग्रामीणों को जब मिली तो गौरैया गांव में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी फुला देवी पुत्र विजय कोड़ा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। प्यारी को ड़ा की हुई हत्या को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि सीधे-साधे प्रवृत्ति के प्यारी को ड़ा को किसी से दुश्मनी ही नहीं थी तो कौन मारेगा। कोई कह रहा है कि किडनी निकालने आए कुछ लोगों ने प्यारी कोड़ा को मौत की नींद सुला दी। वहीं दूसरी ओर थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ने कहा कि प्यारी को ड़ा की हत्या के बारे में धीरे-धीरे बात खुल जाएगी। मृतक की पत्नी व पुत्र अभी तक कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।