संरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं : एन. जयराम
तेवरआनलाईन, हाजीपुर
रेल परिचालन संरक्षा के नियमों के पालन पर निर्भर है । इसीलिए रेलवे में संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गयी है । संरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। तकनीकी विफलता के समय अनेक बार कर्मचारियों में शार्टकार्ट तरीका अपनाने की प्रवृति देखी जाती है । लेकिन इस प्रकार के शार्टकर्ट तरीकों को किसी कीमत पर बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। ये बातें पूर्व मध्य रेल के अपर महाप्रबंधक श्री एन. जयराम ने संरक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि रेल परिचालन की तकनीक अब काफी उन्नत हो गई है। इसलिए आधुनिक संरक्षा उपकरणों का प्रयोग करके रेल परिचालन में मानवीय भूलों की गुंजाईश को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि आदमी की क्षमता सीमित होती है इसीलिए तकनीक का प्रयोग बढ़ाकर विश्वसनीयता में वृद्धि की जाए । उन्होंने उपस्थित रेलकर्मियों को सदैव सतर्क रहने की सलाह दी।
पूर्व मध्य रेल के मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री दीपक छाबड़ा ने कहा कि काम पर आने से पहले कर्मचारियों को पर्याप्त विश्राम करना है । इसलिए लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट के विश्रामगृहों में समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटरीकृत क्रू-मैनेजमेंट सिस्टम का प्रयोग करके पायलटों को पर्याप्त विश्राम दिया जाए। साथ ही पायलटों के लिए न सिर्फ रिफ्रेशर कोर्स चलाए जाएं अपितु कम्प्यूटर सिमोलेषन तकनीक का प्रयोग कर उनकी दक्षता को बढ़ाया जाए।
बैठक में पूर्व मध्य रेल के मुख्य रोलिंग स्टाक इंजीनियर श्री चेतराम, मुख्य ट्रैक इंजीनियर श्री टी.एस. सिन्हा, उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (संरक्षा) श्री मो. ओबासिस उपस्थित थे। साथ ही मुगलसराय मंडल के वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री उग्रसेन, धनबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री योगेन्द्र पासवान, समस्तीपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री जे.के. सिंह, सोनपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री एसके. राय एवं दानापुर मंडल के वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री एन.के. झा बैठक में शामिल हुए।