पहला पन्ना

कंगना पर कार्रवाई के खिलाफ पटना में उद्धव ठाकरे का हुआ पुतला फूंका

पटना : दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में महाराष्ट्र की उद्धव सरकार सवाल पूछने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत का घर तोड़े जाने के खिलाफ पटना में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के युवा संभाग द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पुतला दहन बोरिंग रोड चौराहे पर किया गया। इसका नेतृत्व महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष जय सिंह राठौड़ और प्रदेश अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह  ने किया, जहां बड़ी संख्या में युवाओं ने उद्धव ठाकरे और संजय राउत के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर जय सिंह राठौड़ ने कंगना को क्षत्राणी बताया और कहा कि कंगना सच की लड़ाई लड़ रही हैं, जिसमें पूरा देश उनके साथ है।

उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने बॉलीवुड के मूवी माफिया और ड्रग माफिया को बेनकाब करने का काम किया है, वरना क्षत्रिय समाज के बेटे की हत्या का सच बाहर नहीं आता। कंगना ने इन माफिया के बारे में सरकार से पूछा तो बाला साहेब की सोच को तिलांजलि देने वाली शिवसेना के नेताओं ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर एक क्षत्राणी का अपमान किया है, जो भारत की बेटी है। हम यह अपमान नहीं सहेंगे। आज पूरा देश कंगना के साथ है।

जय सिंह राठौड़ ने उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा कंगना के दफ्तर में तोड़फोड़ को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र को शिवसेना ने तार-तार करने का काम किया है। इस सरकार के लिए हाई कोर्ट के ऑर्डर भी मायने नहीं रखते, तभी तो स्टे के बाद भी बुलडोजर चलाए गए। पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया। हम पूछना चाहते हैं कि महाराष्ट्र सरकार आखिर किस को बचा रही है। वहां लाखों इलीगल कंस्ट्रक्शन हैं, उनपर बुलडोजर क्यों नहीं चला। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पूरी मजबूती से कंगना के साथ है और जरूरत पड़ी तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे। कंगना के अपमान हम बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं।

 

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button