इन्फोटेन
भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस और शौर्य पर दिनेश कान्डपाल ने लिखी चर्चित पुस्तक ‘पराक्रम’
राजू बोहरा, नई दिल्ली,
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आठ साल के लम्बे रिसर्च के बाद जानेमाने वरिष्ठ टीवी पत्रकार दिनेश कान्डपाल ने भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस और उनके शौर्य पर बहुत ही महत्पूर्ण पुस्तक ‘पराक्रम’ का लोकार्पण पिछले दिनों बुक फेयर में देश के कई बड़े सैन्य अधिकारियो और गणमान्य लोगो की उपस्थिति में शानदार तरीके से किया गया था। इस अवसर पर मौजूद लेखक दिनेश कान्डपाल बेहद खुश थे,उन्होंने बताया की प्रभात प्रकाशन से छपी इस किताब को लोग हाथों हाथ ले रहे है, ‘पराक्रम’ भारतीय सेना के 16 बड़े ऑपरेशन और उनमें भारतीय सैनिकों के शौर्य की कहानी को समेटे हुये है। लेखक के अनुसार उन्होंने ‘पराक्रम’ में 1947 से लेकर करगिल तक भारतीय सैनिकों की वीरता की वो सच्ची कहानियां है लिखी है जो बताती है कि विपरीत हालात के बावजूद कैसे वो अपने प्राणों की परवाह किए बिना हमारे सैनिकों ने अदम्य साहस और शौर्य दिखाया। ये उस पराक्रम की झलक है जो युद्ध भूमि में दिखा और आज इस पुस्तक के ज़रिए आप सब लोगो तक पहुंच रहा है। दिनेश काण्डपाल पिछले 16 सालों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सक्रिय हैं। पिछले पाच साल से इंडिया टीवी में बतौर सीनियर प्रोड्यूसर कार्यरत है,पत्रकारिता के करियर में बतौर एंकर, रिपोर्टर से लेकर प्रोग्राम बनाने तक के दौरान रक्षा से जुड़े मामलों पर बारीक नज़र रखी। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर बनी उनकी डॉक्यूमेंट्री को 3 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और अक्सर चर्चाओं में रहती है। ‘पराक्रम’ उनकी बतौर लेखक ये पहली पुस्तक है लेकिन इसे बहुत ही अच्छी सराहना मिल रही है लोगो की।