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नामी प्रकाशक की जाली किताबें बेचने का भंडाफोड़, समस्तीपुर पुलिस ने प्रकाशक की सूचना पर की छापेमारी

 

समस्तीपुर। नामी कंपनी की जाली किताबें बेचने के गोरखधंधे से जहां लोकप्रिय प्रकाशकों को भारी नुकसान हो रहा है, वहीं कुछ विक्रेता एवं प्रकाशक मोटी कमाई कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले का पर्दाफाश काशीपुर (समस्तीपुर) में हुआ, जहां पुलिस ने एक पुस्तक विक्रेता के यहां छापा मार कर ओसवाल बुक एंड लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड की जाली किताबें जब्त की और विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक ओसवाल एंड लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड को सूचना मिली थी कि उसके प्रकाशन की नकली किताबें समस्तीपुर में बिक रही हैं। कंपनी से जुड़े अधिकारियों ने आदर्श नगर, समस्तीपुर थाने में इसकी सूचना दी। इस पर थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अर्चना बुक डिपो काशीपुर, समस्तीपुर में छापेमारी की। दुकान से 35 जाली किताबें बरामद हुईं। पुलिस ने जाली किताब के विक्रेता पर जालसाजी सहित कुल 8 धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दुकान संचालक संतोष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

शिकायतकर्ता दिल्ली निवासी विकास कुमार ने बताया कि उन्हें काफी समय से नकली किताबें छाप कर बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। यह कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन और कानूनन जुर्म है। इसके प्रति ओसवाल प्रकाशन गंभीर है तथा आगे भी वह जाली किताबों की बिक्री की घटना पर प्रशासन की मदद से कार्रवाई कराएगा।

 

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