पटना में खटाल उजाड़ने के खिलाफ राजद ने मोर्चा खोला
माननीय मंत्री नगर विकास विभाग को समर्पित स्मार-पत्र
माननीय मंत्री,
नगर विकास विभाग,
बिहार सरकार, पटना।
आप अवगत है कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है, जिसकी बहुसंख्यक आबादी कृषि और पशुपालन से जुड़ी है। पशुधन मानव सभ्यता के प्रारंभिक काल से जुड़ा है। समाज का विभिन्न तबका इससे जुड़ा रहा है। सामाजिक बनावट के अनुसार बहुसंख्यक आबादी गाय, भैंस, भेंड़-बकरी एवं सुअर पालन का पुश्त दर पुश्त व्यवसाय करते आ रहे हैं। पटना में भी गाय-भैंस और दूध का पुस्तैनी रोजगार लाखों परिवार के भरण-पोषण का जरिया है। एक बच्चा जब जन्म लेता है तो सबसे पहला आहार माँ का दूध होता है। यही कारण है कि गाय को माता का दर्जा दिया गया है। गाय का दूध तो अमृत समान है ही, मलमूत्र भी मानव कल्याण के लिए हितकारी है। सरकार द्वारा भी पशुपालकों के स्वावलंबन एवं पशुधन के विकास के लिए ऋण और अनुदान की योजनाएँ चलायी जा रही है, जिससे पशुपालन कर रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। राज्य सरकार को भी पशुपालन से राजस्व के रूप में बड़ी रकम प्राप्त होती है। ऐसे में बगैर वैकल्पिक व्यवस्था के खटालों को मनमाने तरीके से उजाड़ना न तो तर्कसंगत है, न ही न्याय संगत। इस सम्बंध में रा0ज0द0 कार्यालय के पत्रांक-228, दिनांक-14.09.2014 द्वारा पूर्व में अनुरोध किया जा चुका है। यह अत्यन्त गंभीर मामला है कि जो पुश्त दर पुश्त पटना में बसे हैं और निजी जमीन में खटाल चला रहे हैं वैसे खटालों को भी नगर निगम द्वारा तेजी से उजाड़ने का काम किया जा रहा है।
बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल खटालों के संबंध में मांगो से संबंधित स्मार-पत्र सौंपता है जो निम्नलिखित हैः-
1. बिना वैकल्पिक व्यवस्था के खटालों को उजाड़ा नहीं जाय।
2. मुख्य सड़क पर यातायात में बाधक गाय-भैंस को पकड़कर मनमाना राशि वसूलने के बजाय नियमानुसार कानी हाउस में रखा जाय।
3. निजी जमीन में चल रहे खटालों को नहीं उजाड़ा जाय।
4. फल-सब्जी, मांस-मछली, अंडा-मुर्गी एवं शराब के दूकान आवंटन की तरह पशुपालकों को भी सरकारी जमीन में शेड बनाकर खटाल के लिए आवंटित किया जाय।
5. खटाल चलाने वाले पशुपालकों को सरल प्रक्रिया के तहत लाइसेंस निर्गत किया जाय।
6. पटना महानगर के मास्टर प्लान में पशुपालन योजना को भी शामिल किया जाय।
अतः उक्त मांगो की ओर आपका व्यक्तिगत ध्यान आकृष्ट करते हुए अनुरोध है कि पशुपालकों के हित को ध्यान रखते हुए मांगो को पूरा करने का कष्ट किया जाय।
राष्ट्रीय जनता दल, बिहार।