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बैंक रिटायरीज सम्मेलन में पेन्शन अपडेशन की मांग जारी रखने पर जोर

पटना।आईएमए हॉल पटना में बैंक रिटायरीज फेडरेशन ऑफ बिहार का तीसरा सम्मेलन शुक्रवार को सम्पन्न हुआ जिसमें बिहार के सभी जिला के 383 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्घाटन ऑल इण्डिया बैंक रिटायरीज फेडरेशन के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव मित्रा बासु ने किया।

अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने 7 दिसम्बर को इण्डियन बैंक एसोसिएशन और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के बीच हुए बारहवॉ द्विपक्षीय वेतन समझौते की विस्तृत चर्चा करते हुए बैंक रिटायरीज के लिए हुए अनुग्रह राशि पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनुग्रह राशि के बावजूद ऑल इण्डिया बैंक रिटायरीज फेडरेशन के झंडे तले पेंशन अपडेशन की मांग पुरजोर तरिके से जारी रहेगी। पेंशन अपडेशन बैंक रिटायरीज का अधिकार है।

श्री बासु ने आगे कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंको में रिजर्व बैंक की तर्ज पर 29 अक्तूबर 1993 को हुए समझौते के तहत पेंशन योजना 1993 लागू हुआ परन्तु रिजर्व बैंक में सेवानिवृत्त कर्मीयों का पेंशन अपडेशन हो जाने के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र के 5 लाख बैंक कर्मियों का छः दशक बाद भी पेंशन अपडेशन नहीं हुआ है जिसमें बिहार के 40 हजार सेवानिवृत्त बैंक कर्मी सामिल हैं।

आगे महासचिव सुनील श्रीवास्तव ने बैंक रिटायरीज फेडरेशन ऑफ बिहार का प्रतिवेदन और आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया जिसे वाद-विवाद के पश्चात सर्वसम्मत पारित किया गया।
इसकी जानकरी देते हुए बैंक रिटायरीज फेडरेशन बिहार के उप महासचिव डीएन त्रिवेदी ने बताया कि सम्मेलन की सदारत टी के पालित, ए के ठाकुर और मनिशा बनर्जी की अध्यक्ष मण्डली ने की।

सम्मेलन में शीघ्र पेंशन अपडेशन करने तथा न्यूनतम दो लाख का चिकित्सा बीमा बैंको के खर्च पर कराए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।

सम्मेलन को सतीश कुमार सिन्हा, टी एन राय, पी के सिंह, हेमंत कुमार सिन्हा, डीएन पाण्डेय, डी के शर्मा, डी सी द्विवेदी, तारकेश्वर मिश्रा, कैशर आलम, राजेश्वर प्रसाद,तथा बी आर सिन्हा आदि ने किया।

editor

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