साहित्यिक संस्था लम्हे जिंदगी के द्वारा वृक्षारोपण और काव्य सम्मेलन का आयोजन
राजू बोहरा @ विशेष संवाददाता
गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, साहित्यिक संस्था लम्हें जिंदगी के तत्वावधान में कल रविवार को एक उपहार वसुधा वृक्षारोपण एवम कवि सम्मेलन का आयोजन संपन्न हुआ ।तेज बारिश के बावजूद कार्य सुचारू रूप से चला और सफल रहा ,यह कवि सम्मेलन द वसुंधरा ग्रांड सोसाइटी सेक्टर 15 में आयोजित किया गया। सब से पहले लम्हे की टीम ने मिलकर वृक्षारोपण का कार्य किया और एक संदेश भी दिया ,”एक जीवन एक पेड़ ,वृक्ष लगाओ और अपनी वसुधा को हरा भरा बनाओ”। इस अवसर पर 30 कवियों ने काव्य पाठ किया, आगंतुक कवियों में नेहा शर्मा,संतोष संप्रिति, नानक चंद खंडेलवाल, हरि नारायण जाट, डॉ रश्मि चौबे,कामिनी मिश्रा, डॉ अवधेश तिवारी,संगीता वर्मा,पूजा श्रीवास्तव,स्मृति श्रीवास्तव,सुमन मोहनी,जितेंद्र यादव,शालनी मिश्रा,बबली सिन्हा,सुकृति श्रीवास्तव,आयुषी गुप्ता,प्रीति झा ,प्रमोद निर्मल मिश्र,दिनेश तिवारी,राजेश श्रीवास्तव,
विनय कुमार,अवधेश कनोजिया,रूबी शोम,अरविंद झा,रजनी बाला, निवेदिता शर्मा, सांत्वना जी,अर्चना झा,अर्चना शर्मा,आदि उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन की शुरुआत संस्थापिका डा पूजा भारद्वाज ने दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना से की ओर देश भक्ति से कविता से डॉ रश्मि चौबे ने काव्य पाठ आरंभ की ,संतोष जी की बुलंद आवाज ,जीत जी की गजल ,राजेश जी के श्रृंगार का मुक्तक, पूजा जी की मधुर स्वर गजल ,कामिनी जी सुरीली आवाज़ गीत ,अर्चना जी हास्य व्यंग मुझे लड़का बिना मूछों वाला चाहिए उस एक और हास्य का जवाब दिनेश जी का माहौल को हसी के फुहारों से भर दिया ,प्रमोद निर्मल जी के गीत जिस को सुन कर लगा सुनते जाए और जोश भरी आवाज में देश भक्ति से भर दिया डॉ अवधेश तिवारी जी सहित सभी रचनाकार एक से बढ़कर एक थे जिन्होंने अपने भावों से सब का मनमोह लिया।
कवि सम्मेलन सयोजिका डॉ रश्मि चौबे,कामिनी मिश्रा एवं संस्थापिका डॉ० पूजा भारद्वाज की गरिमामई उपस्थिति रही। इस कवि सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए दिल्ली और दूर से आए लगभग 40 कवियों व साहित्यकारों ने अपनी कविता का मधुर कंठ से सस्वर वाचन किया। इस कवि सम्मेलन का आनंद लेने के लिए अनेक पत्रकार, हिंदी प्रेमी, कविता प्रेमी, और समाज के अनेक सम्मानित लोग श्रोता के रूप में उपस्थित रहे।