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Saturday, April 27, 2024
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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

The Real Aims and Objectives of Team Anna

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Dr. M Faiyazuddin, A Large sections of the Indians are of the view that the movement of Anna Hazare has a different aim than what...

डोली में बिठाई के कहार…

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स्वयंबरा बक्शी हुनहुना रे हुनहुना, हुनहुना रे हुनहुना का समवेत स्वर  ...........लाल जोड़े में शरमाई सकुचाई सी दुल्हन .......और डोली......  कैसा रूमानी सा दृश्य लगता है । है...

मेंहदी (लघु कथा )

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उमेश मोहन धवन  "पापा देखो मेंहदीवाली.मुझे मेंहदी लगवानी है " पंद्रह साल की छुटकी बाज़ार में बैठी मेंहदी वाली को देखते ही मचल गयी. "कैसे लगाती...

We are Superstitious in 21st Century

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Dr. M. Faiyaz Uddin Superstition - An irrational belief or practice resulting from ignorance or fear of the unknown. The validity of superstitions is based on belief...

एक लड़की के संघर्ष, साहस और सफलता की कहानी है ‘‘नूरी’’

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राजू बोहरा, नई दिल्ली दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल के लिए ‘‘मैला आँचल, डिटेक्टिव करण, हमसफर-द ट्रेन’’ और ‘‘फौजी-द आयरनमैन’’ जैसे लोकप्रिय धारावाहिक बनाने वाले टेलीविजन...

एक म्यूज़िकल सस्पेंस थ्रिलर फिल्म है ‘‘एक मैं एक तुम’’

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राजू बोहरा, नई दिल्ली विशाल इंटरटेनमेंट कारपोरेशन के बैनर तले बनी निर्माता-निर्देशक दीपक बैगानी की फिल्म ‘‘एक मैं एक तुम’’ अगले माह दिसंबर में प्रदर्शित...

विसर्जन के बाद आराध्य देवी-देवताओं की दुर्गति क्यों ?

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मानव सभ्यता के इतिहास में मूर्ति पूजा का इतिहास काफी पुराना है। हिन्दू सभ्यता में देवी-देवताओं को आकृति में ढाला में गया है। मूर्तियों...

नया धारावाहिक ‘‘संकट मोचन हनुमान’’

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राजू वोहरा, नई दिल्ली आज के इस आधुनिक दौर में भले ही ‘‘प्राईवेट इंटरटेन्मेंट’’ चैनल्स की लोकप्रियता दूरदर्शन से अधिक हो, लेकिन सच यही है...

कुशल प्रबंधक (लघुकथा)

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उमेश मोहन धवन नीरज ने शनिवार के मेटिनी शो की टिकटें अपनी पत्नी के हाथ में रखी ही थीं कि मोबाइल की घंटी बज उठी। उधर...

श्रीलाल शुक्ल यानी साहित्यपुर के संत और उन के रंगनाथ की...

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दयानंद पांडेय, लखनऊ विश्रामपुर के संत ने जब आज अंतिम विश्राम ले ही लिया है तो यह सोचना लाजिमी हो गया है कि क्या श्रीलाल...