तिरंगा लहराने के कारण अजय पटेल व विमल जोशी की जूतों...
न्यूजर्सी में नस्लीय नफरत के शिकार हुये थे डाक्टर दिवयेंन्दू सिन्हा
तेवर आनलाइन, न्यूजर्सी
स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का नारा 1789 की फ्रांसीसी क्रांति में गूंजा...
रोटी से खेलता तीसरा शख्स कौन है ?
प्रसन्न कुमार ठाकुर, नई दिल्ली
भारत के भटकते वर्तमान की राजनीती का सूरज और परिवारवादी राजनैतिक परंपरा का अभिमन्यु राहुल गाँधी से आज देश को...
चित बेजान करने वाला शब्द पलायन- भाग 2
संजय मिश्रा
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उनके राज्य में कृषि कार्य के ...
साहित्य में पलायन का दर्द-भाग 3
करिके गवनमा भवनमा में छोरि के
अपने पड़इले पूरबवा बलमुआ
अंखिया से दिन भर गीरे लोर ठर ठर
बटिया जोहत दिन बीतेला बलमुआ......
पलायन के आगोश में दुखों...
चित बेजान करने वाला शब्द-पलायन
जहाँ से निकले वहाँ दिक्कत ..... जिनके चमन में पहुंचे उन्हें तकलीफ। आखिरकार मन में आशंकाओं के उफान को थामे ही कोई घर-बार...