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अफजल अमानुल्ला को बिहार लाने की कवायद हुई तेज
विनायक विजेता, वरिष्ठ पत्रकार.
अफजल अमानुल्ला को फिर से बिहार लाने की कवायद हुई तेज
पत्नी सह समाज कल्याण मंत्री परवीन देंगी शहनवाज को चुनौती
‘नमो’ से आहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के तहत कई गोपनीय अभियान में लगे हैं। सूत्रों के अनुसार इसी अभियान का एक अंग है पूर्व में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए 1979 बैच के अल्पसंख्यक आईपीएस अधिकारी अफजल अमानुल्ला को फिर से बिहार लाने और उन्हें बिहार का मुख्य सचिव बनाने की कवायद। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के काफी करीबी माने जाने वाले इन अधिकारी पर मुख्यमंत्री की विशेष कृपा रही है और पिछले विधानसभा चुनाव में इनकी पत्नी और समाज सेविका परवीन अमानुल्ला को सहाबपुर कमाल से जदयू टिकट तो मिला ही जीत के बाद उन्हें कैबीनेट मंत्री भी बना दिया गया। सूत्र बताते है कि नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी भावी रणनीति के तहत परवीन अमानुल्ला को भागलपुर के भाजपा सांसद शहनवाज हुसैन के खिलाफ चुनाव लड़ाने पर भी गंभीरता से विचार कर रहें हैं। बिहार में कई विशेष पदों पर रहे अफजल अमानुल्ला 31 अक्टूबर 2012 को केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए थे। वर्तमान में बिहार के मुख्य सचिव के पद पर 1976 बैच के आईएएस अधिकारी ए के सिन्हा की तैनाती है, जिन्हें 1 सितम्बर 2012 को इस पद पर पदस्थापित किया गया था। वर्तमान मुख्य सचिव 30 जून 2014 को अवकाश ग्रहण करेंगे पर संभव है कि उनके अवकाश के पूर्व ही सरकार अफजल अमानुल्ला को फिर से बिहार लाकर उन्हें उनकी जगह मुख्य सचिव बना दे।