लिटरेचर लव
ऐ वीरों मातृभूमि की रक्षा करने आगे बढ़ो
दुश्मन ललकार रहा है वीरों आगे बढ़ो
भारत की लाज बचाने आओ साथियों
आया है वक्त मर मिटने को साथियों
शेर हो भारत के जवानों आगे बढ़ो
ऐ वीरों मातृभूमि …………………………….
मातृभूमि का कर्ज है साथियों तुम पर
मांग रही है वतन जवानों अब कुर्बानी
सीने को ढाल बनाकर दुश्मनों पर बरस जाना
आओ लिख दें हम बलिदानों का इतिहास
ऐ साथियों हो अमर बलिदानी आगे बढ़ो
ऐ वीरों मातृभूमि ………………………………..
निशाने हिन्द तिरंगे को हिमालय पर फहराकर
भारत भाल पर वीरों विजयी तिलक लगाना
जंग फतह का लाल किला पर साथी जश्न मानना
शुर वीर हो विजयी वीरता का गीत सुनाना
भारत पर आंच न आये जवानों आगे बढ़ो
ऐ वीरों मातृभूमि ……………………………………
/गीतकार ,कवि शिव रंजन सिंह /२८.०१.२०१३