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प्रवेश लाल यादव और अमरीश सिंह की फिल्म ‘तूफान’ के गाने की रिकॉर्डिंग हुई शुरू 

नए साल की शुरुआत हो रही है ऐसे में नयी फिल्मों की शुरुआत भी होना शुरू हो गई है। रोहन फिल्म्स एंटरटेनमेंट और रम्भा एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनने जा रही फिल्म ‘तूफान’ का मुहूर्त मुंबई में किया गया। फिल्म के मुहूर्त के साथ ही फिल्म के गाने की रिकॉर्डिंग भी शुरू कर दी गई है। फिल्म का पहला गाना फिल्म के मुख्य एक्टर प्रवेश लाल यादव ने अपनी आवाज़ में रिकॉर्ड किया। फिल्म का निर्देशन रवि सिन्हा है जिन्होंने भोजपुरी में कई सुपरहिट फिल्मे दी है और उनकी फिल्मो में दमदार एक्शन हमेशा देखने मिलता रहा है।

‘तूफान’ इस फिल्म के निर्माता रघुनन्दन शाह,राम करण गौड़ और रमेश सिंह ,को-प्रोड्यूसर अरुण सिंह (काका) है। फिल्म की शूटिंग 16 जनवरी से शुरू की जाएगी जिनमे मुंबई और यूपी के कुछ लोकेशन पर फिल्म को फिल्माया जाएगा। आपको बता दे की फिल्म का नाम जिस तरह दमदार लग रहा है उसी प्रकार फिल्म की कहानी भी है। डायरेक्टर रवि सिन्हा हमेशा अपनी फिल्मों में अपने स्टाइल को लेकर फिल्मे बनाते है और इस बार भी उनकी यूनिक स्टाइल फिल्म में देखने मिलेगी।

फिल्म को लेकर प्रवेश लाल यादव काफी उत्साहित है और इस फिल्म में अपनी आवाज़ में गाने को भी लेकर आ रहे है जिसके लिए उन्होंने अपनी ख़ुशी जाहिर की तो वही फिल्म के दूसरे हीरो अमरीश सिंह भी फिल्म ‘तूफान’ में अपने तूफानी अंदाज से दर्शको के बीच दमदार अंदाज पेश करने के लिए उत्त्साहित है। प्रवेश लाल यादव और अमरीश सिंह की जोड़ी फिल्म ‘तूफान’ में अपने खास अंदाज को पेश करने के लिए तैयार है।

बात करे फिल्म के कलाकारों की तो फिल्म में प्रवेश लाल यादव, अमरीश सिंह, अर्शी, राधा सिंह, टीनू वर्मा , प्रकाश जैस, अली खान, अरुण सिंह (काका), रजनीश पाठक, नीरज यादव सहित अन्य कई भोजपुरी और बॉलीवुड इंडस्ट्री से जुड़े कलाकार नजर आएँगे।

फिल्म में संगीत भरत चौहान का दिया गया है और गीत लिखे है चित्रांगद। फिल्म में एक्शन मुकेश राठोड द्वारा डायरेक्ट किया जाएगा। साथ ही फिल्म का प्रचार-प्रसार संजय भूषण पटियाला कर रहे है।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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