बिहार बिज़नेस कनेक्ट 2024 की शानदार शुरुआत
पटना, 19 दिसंबर, 2024: बिहार सरकार की बहुप्रतीक्षित दो दिवसीय “बिहार बिज़नेस कनेक्ट 2024- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट” की शुरुआतआज उद्योग विभाग, बिहार द्वारा पटना के ज्ञान भवन में किया गया।उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप मेंकार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उनके अतिरिक्त, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, उद्योग-सह-पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा एवं श्रम मंत्री संतोष कुमार सिंह ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी। बिहार बिज़नेस कनेक्ट 2024 उद्योग विभाग, बिहार सरकार की एक ऐतिहासिक पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना है।
कार्यक्रम के पहले दिन आज कुल छह सत्र आयोजित किए। पहला सत्र “बिहार में निवेश के अवसर” थीम पर आधारित था। कार्यक्रम की शुरुआतपहले सत्र में बिहार गीत एवं उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा कपूर के पौधे में पानी अर्पित किया गया, जो बिहार सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। श्री अलोक रंजन घोष, निदेशक, उद्योगविभाग, ने गणमान्य अतिथियों और देशभर से आए निवेशकों एवं श्रोताओं का अभिवादन स्वागत सम्बोधन से किया। वहीं श्रीमती बन्दना प्रेयषी, सचिव, उद्योग विभाग, ने पहले सत्र के थीम “बिहार में निवेश के अवसर” विषय पर एक व्यापक प्रस्तुति दी। इसमें उन्होंने बिहार में उद्योग की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला और सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रोत्साहन नीतियों की विस्तृत जानकारी दी।
सत्र को संबोधित करते हुए माननीय उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने कहा, “माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार में आज विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए अनुकूल माहौल बना है। यहाँ हर क्षेत्र के विकास के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध है। हमारे यहाँ कृषि का इतिहास काफी समृद्ध रहा है। बिहार कई फसलों के उत्पादन के मामले में सर्वोच्च है जैसे की मक्का, मशरुम, मखाना इत्यादि। यह फ़ूड प्रोसेसिंग उद्योग के लिए अनुकूल परिस्थिति उपलब्ध कराता है। साथ ही, हम उद्योगों के लिए भूमी की समस्या को भी बड़ी तत्परता से हल कर रहे हैं। इंफ्रास्ट्रचर और पर्यटन में भी बिहार अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है।“
सत्र को संबोधित करते हुए माननीय उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “बिहार के उद्योगों का भी एक समृद्ध इतिहास रहा है। पिछले दो दशकों में हमने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश मिश्रा के दिशानिर्देश में यहाँ के औद्योगिक नींव को और मजबूत किया है, जिसका परिणाम है कि निवेशकों की रूचि बढ़ी है। हम पिछले डेढ़ दशकों से डबल डिजिट ग्ग्रोथ को कायम रखा है। राज्य में उद्योगों के सभी क्षेत्रों में तेजी से प्रगति हो रही है। आज पहली बार बिहार माइंस के मामले में देश के मानचित्र पर तेजी से उभरा है। साथ ही हमने फिल्म के विकास के हमने अनुकूल नीति बनाई है और शूटिंग के लिए बेहतर लोकेशन का निर्माण किया है। इसके अलावा हम इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के मामले में आज देश में एक उदहारण बन चुके हैं। आनेवाले समय में बिहार सफलता की नई कहानी लिखने को तैयार है।“
सत्र को संबोधित करते हुए माननीय श्रम मंत्री श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा, “मानव संसाधन उद्योगों के विकास के लिए आवश्यक है और बिहार इस मामले में धनी है। यहाँ की युवा शक्ति में अद्भुत क्षमता है, जिसकी पूरी क्षमता के उपयोग के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम लगातार स्किलिंग पर काम कर रहे हैं। आज हमारे यहाँ 2400 से अधिक स्किल केंद्र हैं जो युवाओं को उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार कौशल विकास में मदद कर रहे हैं। हम उद्योगों की मानव संसाधन की मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।“
इस सत्र के दौरान श्री नन्द किशोर, MD, बिहार स्टेट टूरिज्म कारपोरेशन, श्री सत्यजीत कुमार सिंह, चेयरमैन, CII, श्री सुमन कुमार, एग्जीक्यूटिवडायरेक्टर, IOCL, श्री रजनीश कुमार, निदेशक, प्रिस्टीन ग्रुप, श्री चन्दनकुमार, MD, सेटनर, एवं श्री अशोक कुमार चौधरी, MD&CEO, औरोसुंदरम उपस्थित रहें।!
कार्यक्रम का समापन श्री शेखर आनंद के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। उन्होंने सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजकों का आभार व्यक्त किया।
सत्र-2: फोस्टरिंग सिनर्जी: बिल्डिंग ए वाइब्रेंट आईटी/आईटीईएस एंडईएसडीएम इकोसिस्टम इन बिहार
दूसरा सत्र “फोस्टरिंग सिनर्जी: बिल्डिंग ए वाइब्रेंट आईटी/आईटीईएस एंडईएसडीएम इकोसिस्टम इन बिहार” पर आधारित था। माननीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन ने मुख्य अतिथि के रूप में इस सत्र की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की शुरुआत विशेष सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार सरकार के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने राज्य में आईटी क्षेत्र के विकास की संभावनाओं और सरकार के प्रतिबद्ध प्रयासों को रेखांकित किया।
सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार सरकार ने बिहार आईटी पॉलिसी 2024 पर एक व्यापक प्रस्तुति दी। उन्होंने इस नीति के तहत दिए जा रहे प्रोत्साहन व अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। इस सत्र ने राज्य के आईटी क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए उद्योग जगत, नीति निर्माताओं और शिक्षाविदों को एक मंच पर लाने का कार्य किया।
सत्र के दौरान इसके थीम पर एक पैनल डिस्कशन में उद्योग जगत के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए। इसमें श्री सोमसत्संगी, सीईओ, एचपी, श्री मयंक सी, डायरेक्टर, एचपी, सुश्री प्रीत संधू, संस्थापक, एवीपीएल, श्री रघवेंद्र गणेश, सीईओ, होलोवेयर, श्री समीरजैन, प्रबंध निदेशक, प्राइमस पार्टनर्स, एवं श्री सिद्धार्थ रेड्डी, ग्लोबल मार्केटहेड, सीटीआरएलएस ने भाग लिया और राज्य में निवेश और सहयोग की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
अपने प्रेरक भाषण में सरकार की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन योजनाओं को साझा करते हुए माननीय सूचन प्रौद्योगिकी मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन ने कहा, “बिहार आईटी हब के रूप में तेजी से उभर रहा है। बिहार के विकास में इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भमिका होगी। हमारे यहाँ युवा इस क्षेत्र को लेकर काफी उत्साहित हैं वो न केवल इसका इस्तेमाल कर रहे हैं बल्कि इसमें इनोवेशन को लेकर भी रूचि दिखा रहे हैं। सरकार इस क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।”
सत्र-3: नवीकरणीय ऊर्जा
कार्यक्रम का तीसरा सत्र “नवीकरणीय ऊर्जा” थीम पर आधारित था।माननीय ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में एक कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की शुरुआत ऊर्जा विभाग के सचिव द्वारा स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं और बिहार सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। आगे उन्होंने “नवीकरणीय ऊर्जा” पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बिहार में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और अन्य हरित ऊर्जा स्रोतों के विकास के लिए तैयार योजनाओं और राज्य की नीतियों पर चर्चा की।
मुख्य अतिथि के रूप माननीय ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य में निवेशकों को अनुकूल आधारभूत संरचना, आवश्यक सुविधाएं एवं राज्य सरकार द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान किया जा रहा है। साथ ही हम बिजली ट्रांसमिशन एवं वितरण और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य में निवेश करने हेतु निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं।
सत्र के दौरान “फोस्टरिंग सिनर्जी: ऑप्पोरचुनिटी इन ग्रीन एनर्जी इन बिहार” विषय पर एक पैनल डिस्कशन में उद्योग जगत के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए। इसमें श्री हितेश भाई, सीएमडी, वारी सोलर, श्री राज कुमार चौधरी, सीएमडी, एनएचपीसी, एवं श्री आशिष कटारिया, निदेशक, अशोका बिल्डकॉन ने भाग लिया। इन वक्ताओं ने बिहार में हरित ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं और चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के अंत में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड केप्रबंध निदेशक ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने आयोजन कीसफलता में योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों और प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।
सत्र-4: बिहार में एमएसएमई और स्टार्टअप्स के लिए अवसर
कार्यक्रम का चौथा सत्र “बिहार में एमएसएमई और स्टार्टअप्स के लिए अवसर” थीम पर आधारित था। माननीय उद्योग-सह-पर्यटन मंत्री श्रीनीतीश मिश्रा में मुख्य अतिथि के रूप में सत्र की गरिमा बढ़ाई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करना और उन्हें आर्थिक विकास में मजबूत भूमिका निभाने के लिए तैयार करना था। श्री शेखर आनंद, निदेशक, तकनीकी विकास, उद्योग विभाग, ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम के विषय को प्रस्तुत किया।
एमएसएमई क्षेत्र से दो उद्यमियों श्री अमरदीप कुमार, प्रबंध निदेशक, मोरंग देश अगरबत्ती, श्री विश्वनाथ ठाकुर, प्रबंध निदेशक, श्री ठाकुरएंटरप्राइजेज ने बिहार में बिज़नेस करने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया की कैसे उद्योग विभाग ने उन्हें उनके सपने पुरे करने मेंसहयोग किया। स्टार्टअप क्षेत्र से श्री रजनीश कुमार, बीरो पावर के प्रतिनिधि, ने अपने अनुभव साझा किए और बिहार में स्टार्टअप्स के लिए अवसरों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में “स्टार्टअप बिहार” पर एक प्रेरणादायक फिल्म लॉन्च की गई।इसके बाद, हस्तकला और रेशम विभाग के निदेशक, श्री निखिल डी. निप्पणिकर ने स्टार्टअप बिहार योजना पर एक प्रस्तुति दी।
सत्र के दौरान “बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूप में स्टार्टअप्स औरएमएसएमई को विकसित करने की रणनीतियां” विषय पर एक पैनलडिस्कशन आयोजित की गई। इस चर्चा में श्री अज़हर इक़बाल, सह-संस्थापक और चेयरमैन, इनशॉर्ट्स, श्री अनुभा प्रसाद, क्षेत्रीय प्रमुख, सिडबी, श्री विश्वनाथ एमएस, संस्थापक, जुलाई वेंचर्स, श्री धीरज कुमारसिन्हा, संस्थापक, सक्सीड वेंचर्स, एवं श्रीमती पायल गांगुली, प्रबंधसंपादक, योरस्टोरी ने भाग लिया। इस डिस्कशन का संचालन प्रोफेसरराणा सिंह, निदेशक, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, ने किया। कार्यक्रम में मुख्यवक्ताओं ने एमएसएमई और स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने कीआवश्यकता पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम का समापन श्री शेखर आनंद के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। उन्होंने सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजकों का आभार व्यक्त किया।
सत्र-5: बिहार में पर्यटन में निवेश के अवसर
कार्यक्रम का पांचवा सत्र “बिहार में पर्यटन में निवेश के अवसर” थीम परआधारित था। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि माननीय उद्योग-सह-पर्यटन मंत्री श्री नीतीश मिश्रा और विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। बीएसटीडीसी के प्रबंध निदेशक श्री नंद किशोर नेस्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की पृष्ठभूमि और उद्देश्य पर प्रकाशडाला।
सत्र को श्री दयाशंकर मिश्रा, निदेशक, नेशनल एडवेंचर फाउंडेशन, बिहार, कैप्टन श्री स्वदेश कुमार, संस्थापक सदस्य, एटीओएआई, एवं श्री संजीवअग्रवाल, सीईओ, फेयरफेस्ट मीडिया को सम्बोधित किया।
श्री लोकेश कुमार सिंह, सचिव, पर्यटन विभाग, बिहार सरकार, ने राज्य मेंपर्यटन क्षेत्र के विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार कीनीतियों और योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कैसे यहक्षेत्र रोजगार और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकताहै।
माननीय मुख्य अतिथि माननीय उद्योग-सह-पर्यटन मंत्री श्री नीतीश मिश्रा नेकहा, “बिहार एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक भूमि रही है, जिसने हमेशासे ही देश विदेश के लोगों को आकर्षित किया है। पिछले कुछ वर्षों मेंहमने यहाँ के पर्यटन को और आकर्षक बनाने के लिए काम किया है। बोधगया, राजगीर, मरीन ड्राइव कुछ ऐसे जगहों के उदहारण हैं जो पर्यटकों कोलगातार आकर्षित कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात इससे रोजगार के अनेकोंअवसरों का सृजन हो रहा है। हम पर्यटन को और आकर्षक बनाने के लिएआने वाले वर्षों में और अधिक तत्परता से काम करेंगे। बिहार में स्टार्टअपका माहौल भी काफी उत्साहवर्धक है। मुझे यहाँ के लोगों का रुझानस्टार्टअप की देखकर काफी प्रसन्नता होती है। हर क्षेत्र में नए स्टार्टअपखुल रहे हैं और पर्यटन क्षेत्र भी इसमें शामिल है।”
कार्यक्रम का समापन पर्यटन निदेशक, श्री विनय कुमार राय, के धन्यवादज्ञापन से हुआ। उन्होंने आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभीप्रतिनिधियों, वक्ताओं और उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया।
सत्र-6: स्किलिंग बिहार
कार्यक्रम का छठा और अंतिम सत्र “स्किलिंग बिहार” थीम पर आधारितथा। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के रूप में श्री संतोष कुमार सिंह, माननीय मंत्री, श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार ने कार्यक्रम की शोभाबढ़ाई। माननीय मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलनसे कार्यक्रम की शुरुआत हुई। बीएसटीडीसी के प्रबंध निदेशक श्री नंदकिशोर ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की पृष्ठभूमि और उद्देश्य परप्रकाश डाला। श्री दीपक आनंद, सचिव, श्रम संसाधन विभाग औरसीईओ, बीएसडीएम ने अपने मुख्य भाषण में कौशल विकास को राज्यकी आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंनेसरकार की विभिन्न कौशल विकास योजनाओं और उनके प्रभावों परप्रकाश डाला।
बीएसडीएम टीम ने कौशल विकास मिशन के तहत किए जा रहे कार्योंऔर योजनाओं पर एक व्यापक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में उद्योग जगत केप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार साझा किए और बताया कि कैसे कुशलमानव संसाधन औद्योगिक प्रगति में सहायक हो सकता है।
मुख्य अतिथि के रूप में श्री संतोष कुमार सिंह, माननीय मंत्री, श्रम संसाधनविभाग, बिहार सरकार ने कहा, “…”
सत्र का समापन एक खुली चर्चा के साथ हुआ, जहां प्रतिभागियों ने अपनेविचार और सुझाव साझा किए। अंत में, बीएसडीएम के अतिरिक्तसीईओ ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सभी वक्ताओं, प्रतिभागियोंऔर आयोजन टीम का आभार व्यक्त किया।