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बिहार में बिजली क्रांति का विरोधी है राजद : उषा विद्यार्थी

पटना 25 सितम्बर, 2024

राष्ट्रीय दल जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस करके स्मार्ट प्रीपेड मीटर के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी देने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता उषा विद्यार्थी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लालू यादव और उनके परिवार ने बिहार को लंबे समय तक लालटेन युग में रखा। चारों तरफ अंधकार का साम्राज्य कायम किया। उनके शासन काल में बिहार की जनता बिजली के लिए तरसती रही लेकिन वह सिर्फ खजाना लूटने और चारा खाकर अपने परिवार के लोगों को आगे बढ़ाने में लगे रहे। अब उन्हीं की पार्टी बिहार में बिजली क्रांति का विरोध कर रही है, स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध कर रही है जबकि बिहार में 50 लाख से भी अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा चुके हैं और राज्य के बिजली उपभोक्ता इसे पसंद भी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विकास का विरोध राजद की फितरत में शामिल है। बिहार की प्रगति राजद और उसके नेताओं को फूटी आंख नहीं सुहाती है। इनका बस चलता तो ये लोग बिहार को लालटेन युग में ही रखते। बिहार के गांव गांव में बिजली से मिल रही रोशनी में पढ़ते और बढ़ते हुए बच्चों से इनकी दुश्मनी है। पढ़े लिखा समाज इनके झांसे में जो नहीं आएगा।

उषा विद्यार्थी ने जोर देते हुए कहा कि यह डबल इंजन की सरकार की ही देन है कि बिहार में हर घर में बिजली पहुंच चुकी है। चाहे किसी भी जाति या वर्ग के लोग क्यों न हर किसी को भरपूर बिजली मिल रही है। बिजली की वजह से लोग बेहतर शिक्षा भी हासिल कर रहे हैं और उद्योग धंधों का भी विकास हो रहा है। ऐसे में राजद के नेताओं के पेट में मरोड़ उठना स्वाभिक है।

बिहार की जनता को पता चल चुका है कि लालू, उनका परिवार और उनकी पार्टी शुरू से ही विकास विरोधी रही है। लोगों को गुमराह करके अपना उल्लू सीधा करने की कला में ये माहिर हैं। चाहे ये लोग कितना भी एड़ी क्यों न रगड़ लें अब बिहार की जनता इनके झांसे में आने वाली नहीं है। बिहार लालटेन युग से काफी आगे निकल चुका है। एक नई रोशनी के साथ बिहार एक नये दौर से गुजर रहा है।

उन्होंने कहा कि एक समय था जब लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार में सड़क बनाने के विरोधी थे। तर्क देते थे कि सड़कों के बन जाने से गांवों के लोगों को गांजा की खेती करने में असुविधा होगी। सड़क होने की वजह से पुलिस गांवों में आसानी से दाखिल होगी और उन्हें गिरफ्तार कर लेगी। अब उनकी पार्टी बिहार में हो रहे बिजलीकरण का विरोध कर रही है, स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध कर रही है। इनकी इसी मानसिकता और हरकतों की वजह से बिहार की जनता को सत्ता से बेदखल कर चुकी है।
उषा विद्यार्थी ने आगे कहा कि तकनीकी क्रांति का लाभ हर समाज को मिलना चाहिए। इसके लिए समाज के सोच को भी वैज्ञानिक आधार प्रधान करने की जरूरत है। आज बिजली क्षेत्र में बिहार में बदलाव के कई तरह के काम हो रहे हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर भी बदलाव का हिस्सा है। इसे सहजता से अपनाने की जरूरत है। तकनीकि विकास से मुंह मोड़कर हम अंधेरे में पड़े नहीं रह सकते, जैसा राजद के लोग चाह रहे हैं।

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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