चिराग ने किया बाढ़ग्रस्त राघोपुर दियारा का दौरा

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लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने इलाके में बहरामपुर पंचायत के मदहा गांव में बीते दिनों एक ही परिवार के दो सदस्यों के बाढ़ में डुबने से हुई मौत से शोकसंतप्त परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना व शोक संवेदना व्यक्त की। इसके उपरांत उन्होंने बाढ़ से प्रभावित परिवारों के बीच पार्टी की ओर से राहत समाग्री का वितरण किया और बाढ़ की समस्या से प्रभावित परिवारों के राहत और पुनर्वास को लेकर जिले के अधिकारियों से दूरभाष पर अवश्यक सहयोग करने के निर्देश दिए।

चिराग ने कहा कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ से दियारे के लोगों का जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो जाता है। ऐसे में मौजूदा सरकार को बाढ़ की विभिषिका से राहत और बचाव का कार्य की मुकम्मल तैयारी करने की जरूरत है जिसे हर वर्ष राज्य सरकार नजर अंदाज करती है। जिससे प्रदेश भर में सैकड़ों जान-माल की क्षति होती है और सैकड़ों लोग बेघर हो जाते है जिसकी कोई सुधि नही लेता जो बेहद चिंता का विषय है। चिराग ने राज्य सरकार से बाढ़ पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे खानापूर्ति करते नजर आ रहे हैं जबकि बाढ़ की विभिषिका से पूरे प्रदेश की हालात बहुत ही भीषण हो गई है प्रदेश की एक बड़ी आबादी बुरी तरह बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ को लेकर प्रत्येक वर्ष एक बड़ी रकम का गबन बाढ़ राहत के नाम पर पिछले 16 सालों से किया जा रहा है जबकि स्थिति जस की तस बनी हुई है बाढ़ राहत और बचाव के नाम पर केंद्र सरकार से लगातार प्रदेश की सरकार को विशेष सहायता राशि भी भेजी जाती है जो बाढ़ प्रभावितों तक नहीं पहुंच पाता और आला अधिकारी और नेताओं के बीच उसका बंदरबाट हो जाता है। यह बेहद दुखद है। प्रदेश के 16 जिलों के लगभग 70 लाख आबादी बुरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में हजारों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं उनका जीवन बसर एक बड़ी चुनौती बन कर रह गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सिर्फ हवाई दौरा और तफरी करते नजर आ रहे हैं। प्रदेश की सरकार कोई भी ठोस निर्णय लेने में संवेदनशीलता नहीं दिखा पा रही है। इससे स्पष्ट हो जाता है की बाढ़ और बाढ़ प्रभावितों के नाम पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सिर्फ और सिर्फ ढोंग कर रहे हैं, जबकि बाढ़ से प्रदेश भर में अब तक कई दर्जन लोगों की जानें चली गई हैं और विशेषकर ग्रामीण इलाकों में पशुपालन से जुड़े लोगों के लिए पशुओं के रखरखाव और पशुओं के चारे की समस्या एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में काफी कच्चे और पक्के मकान के ध्वस्त होने की भी खबर है जबकि राज्य सरकार ने अब तक उनके नुकसान की भरपाई करने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है जो बेहद चिंता का विषय है। लोजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि बाढ़ को लेकर न तो प्रदेश की सरकार में शामिल किसी भी घटक दल के कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं और ना ही प्रशासन सजग है ऐसे में आम लोगों की समस्या बेहद विकराल रूप धारण किए हुए है। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने सभी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सहयोग करने की अपील की है जिसको लेकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोजपा कार्यकर्ताओं द्वाराप्रदेश के बाढग्रस्त़ सभी जिलों में प्रभावित लोगों के बीच हर संभव सहयोग किया जा रहा है। पार्टी के स्तर पर प्रभावित परिवारों के बीच लगातार आवश्यक सामग्रियों का वितरण भी किया जा रहा है। भट्ट ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पर्याप्त राहत सामग्री और आवश्यक संसाधन मुहैया कराने की प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की है और बाढ़ से प्रभावित हुए घरों के मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत बाढ़ प्रभावित परिवारों को उचित आर्थिक सहायता और मुआवजा देने की मांग की है।

चिराग के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे में मुख्य रूप से प्रदेश पदाधिकारियों में पार्टी के प्रधान महासचिव संजय पासवान, सदस्यता प्रभारी संजय रविदास, प्रदेश प्रवक्ता अशरफ अंसारी, राजेश भट्ट, नरेश प्रसाद सिंह, वेद प्रकाश पाण्डेय, राकेश रौशन, अजय कुशवाहा, सुरेन्द्र विवेक, सुरभी ठाकुर पूर्व प्रत्याशी इन्दु कश्यप, शोभा सिन्हा पासवान, रामकेश्वर प्रसाद इत्यादि सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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