मात्र आठ महीने की तैयारी में पीओ बन गये विकाश
अनिता गौतम, पटना
तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे विकाश कुमार सिन्हा ने महज आठ महीने की तैयारी के बाद बैंक पीओ की नौकरी प्राप्त कर ली है। इलाहाबाद बैंक से पहले बैंक आफ इंडिया, इंडियन बैंक तथा आईडीबीआई जैसे बैंकों में इंटरव्यू तक पहुंचकर सफलता नहीं मिलने पर भी निराश न होकर अपनी तैयारी अनवरत जारी रखी। अपनी सफलता के लिए उन्होंने सबसे मूल मंत्र धैर्य को समझा। दूसरों से भी धैर्य के साथ तथ्यपरक पढ़ाई की वकालत की। बैंक की तैयारी करने वाले सभी दूसरे विद्यार्थियों से विकाश अंग्रेजी पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। उनके अनुसार परीक्षा में सफलता दिलाने में तो अंग्रेजी सहायक है ही साथ ही सफल छात्रों को उनके काम काज में भी सहूलियत देती है।
उनके अनुसार बैंक की नौकरी सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि समाज को आगे बढ़ाने और विकासपरक काम करने का एक सशक्त माध्यम है। सरकार भी कई कल्याणकारी योजनाओं जैसे मनरेगा, छात्रवृति, नारी कल्याण योजना इत्यादि का संचालन तथा आर्थिक मदद बैंक के माध्यम से ही की जाती है। इन योजनाओं के संचालन से बैंक को कोई फायदा नहीं है, फिर भी ये इन कार्यों को समाज कल्याण के लिए करते हैं, जिसका फायदा आज देश के ग्रामीण क्षेत्रों को सर्वाधिक पहुंचा है।
विकास के अनुसार सिर्फ प्रशासनिक सेवा में जाकर ही समाज कल्याण नहीं किया जा सकता, बल्कि बैंक भी एक माध्यम है।
अपनी सफलता के पीछे उन्होंने माता-पिता का आर्शिवाद एवं दोस्तों का सहयोग बताया। अपने दोस्तों को जिन्होंने उन्हें रात-रात भर जागकर पढ़ाई में सहयोग किया तथा जो इस बार सफल नहीं हुये उनके लिये ढेरों शुभकामानाएं दी तथा उम्मीद का दामन न छोड़ने की सलाह दी।
वैसे उनके अनुसार चार से छह घंटे लगातार पढ़ाई किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए काफी है। इंटरनेट को सबसे सबसे सस्ता एवं अच्छा माध्यम बताया, किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त करने के लिए। उनका कहना है कि महंगी किताबें खरीदने वाले, महंगे कोचिंग संस्थानों तक नहीं पहुंचने वाले छात्र भी इंटरनेट के माध्यम से देश और दुनिया की वृहत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जरूरत है गांव-गांव तक सड़कों की तरह इंटरनेट के जाल को फैलाने की।
congratulations!!!
Congrats and All d best
Congrats
heartly congrats u n wish dat u achieve ur platform for ur future success
continue d saga of achievmentssss