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मुंगेर में राजद व जदयू नेता ने  अबीर लगा व  एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मनाई खुशियां

मुंगेर में राजद व जद यूनेता ने  अबीर लगा व  एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मनाई खुशियां

लाल मोहन, महाराज, मुंगेर

बिहार के मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार एन डी ए से नाता तोड़कर  महागठबंधन के साथ अगली सरकार बनाने के लिए राजभवन में राज्यपाल फागु चौहान को अपना इस्तीफा सौंपा ।इसकी खुशी में मुंगेर राष्ट्रीय जनता दल व जद यू के नेता व कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को अबीर लगाकर एवं एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशियां मनाई ।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के महासचिव प्रमोद यादव ने किया ।इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की जनता  तेजस्वी यादव एवं राष्ट्रीय जनता दल के पक्ष में जो अपना जनादेश दिया था उसको सम्मान करते हुए  नीतीश कुमार ने एक बार पुनः राष्ट्रीय जनता दल के साथ आकर नई सरकार बनाने के लिए राजभवन पहुंचकर राज्यपाल  को महागठबंधन के विधायकों का समर्थन पत्र दिया ।वहीं उन्होंने आगे कहा कि आज देश में  भारतीय जनता पार्टी भय का माहौल बना कर सरकारी संस्था ईडी, इनकम टैक्स, एवं सीबीआई का दुरुपयोग कर विरोधियों का मुंह बंद कराना चाहती थी।  अपने सहयोगी पार्टी का भी खात्मा करने के लिए तोड़फोड़ करना जा रही थी ।इसलिए  मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल कॉन्ग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, एवं हम के साथ मिलकर नई सरकार बनाने का मन बना लिया ।अब जो नई सरकार बनने जा रही है यह सरकार नौजवान, किसान, बेरोजगार, मजदूर, महिला एवं तमाम उन दलित पिछड़े ,अल्पसंख्यकों के हित में काम काम करेगी एवं प्रदेश से सांप्रदायिक शक्तियों का खात्मा करने का काम करेगी ।इस अवसर पर राष्ट्रीय जनता दल के राज्य परिषद सदस्य शिशिर कुमार लालू, जदयू के जिला अध्यक्ष संतोष सहनी ,उपाध्यक्ष मंटू शर्मा, किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष संतोष यादव, प्रदेश सचिव दिनेश यादव, संजय पासवान, महानगर अध्यक्ष आदर्श कुमार राजा, मोहम्मद जुनैद ,भावानंद कुशवाहा, जर्मन यादव, कौशल यादव, अरविंद यादव, बिंदेश्वरी यादव, मदन यादव, प्रफुल्ल गुप्ता,  मनोज यादव, मोहम्मद शमी, सौरभ जयसवाल, पीयूष यादव, रंजीत गुप्ता एवं दर्जनों राजद के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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