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शिक्षित समाज की कल्पना तभी संभव है जब हमारे बच्चे शिक्षित होंगे: डीएम

लालमोहन महाराज ,मुंगेर
शिक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को जमालपुर प्रखंड के सदर बाजार स्थित आरबी उच्च विद्यालय में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अश्विनी कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी जमालपुर नंद किशोर, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, अन्य कर्मी एवं छात्र व अभिभावक उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि एक बेहतर या शिक्षित समाज की कल्पना तभी संभव है जब हमारे बच्चे शिक्षित होंगे। बेटा-बेटियों में फर्क को भूलाकर हमें अपने बच्चों को हर हाल में शिक्षा के प्रति सजग और जागरूक करना होगा। इसके लिए पहले अभिभावकों को स्वयं जागरूक होने की आवश्यकता है तभी हम अपने बच्चों को भी एक शिक्षित माहौल देकर उन्हें उच्च शिक्षा दिला कर एक बेहतर और शिक्षित समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस लिए सभी अभिभावक बेटा बेटियों में फर्क न करें और अपने बच्चों को हर हाल में शिक्षित करें। राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक से माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक तक की शिक्षा निःशुल्क दी जा रही है। इसके अलावे मैट्रिक, इंटर अथवा स्नातक या स्नातकोत्तर की शिक्षा के लिए भी सरकार द्वारा कई योजनाओं के साथ ही प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करायी जा रही है। शिक्षा के बाद रोजगार अथवा नौकरी के लिए भी सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करायी जाती है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भी बच्चे अपने आगे की पढ़ाई में खर्च होने वाली राशि के लिए निश्चिंत हो सकते हैं। अल्प ब्याज दर पर वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर अच्छी से अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। बस छात्र-छात्राएं अपने लक्ष्य को निर्धारित करें और उस लक्ष्य के अनुरूप पढ़ाई कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। आईएएस, आईपीएस तथा अन्य पदों पर आप भी चयनित हो सकते हैं। पढ़ाई के प्रति जागरूक हों और शिक्षित हो स्वयं के एवं शिक्षित समाज के निर्माण में अपना योगदान दें। आज छात्राएं शिक्षा के साथ साथ अन्य क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा के दम पर खुद को साबित की हैं। इसका एकमात्र कारण यह है कि अब वो शिक्षा के प्रति जागरूक हो रही हैं और अभिभावक भी उन्हें शिक्षित माहौल देने के लिए तत्पर हो रहे हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक अभिभावक अपने बच्चों को हर हाल मंे शिक्षा की मुख्य धारा से अवश्य जोड़ें। जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा संवाद का उद्देश्य भी छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना और अपने बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ना है। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के लिए चलाए गए सभी योजनाओं को जाने और उसका लाभ उठाएं, ताकि आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
आज के कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले चयनित छात्र-छात्राओं को जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया गया। इसमें 2022-23 के मैट्रिक परीक्षा के विद्यालय टाॅपर पियूष कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं ओम कुमार को खेलकूद में, साक्षी कुमारी को गीत संगीत में, भाषण में मो.नफीस एवं रवि कुमार, आरती कुमारी को नृत्य में, बच्चों के भाषण में रवि कुमार, साक्षी कुमारी, मो.नफीस को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावे बालिका उच्च विद्यालय के नवम एवं दशम वर्ग की छात्राओं शांति कुमारी, आसमा खातुन, रूचि कुमारी, रूखसार परवीन, साक्षी गुप्ता, माधुरी कुमारी, नजराना परवीन, चाहत भारती, तबस्सुम परवीन तथा कशिश परवीन को भी जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित व प्रोत्साहित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी छात्र-छात्राओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उसे पहचानिये और उसी आधार पर खुद को साबित कर अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करें, आप भी निश्चित रूप से सम्मान के हकदार होंगे।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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