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दो नए शोज के साथ कास्टिंग डायरेक्टर राजकुमार मचा रहे हैं धमाल

मुंबई। भारतीय टेलीवीजन इंडस्‍ट्री के सबसे सीनियर कास्टिंग डायरेक्‍टर राजकुमार प्रसाद दो नए शोज लेकर इंडियन टेलीवीजन पर धमाल मचा रहे हैं। इसमें एक शो है – ‘इस मोड़ को जाते हैं’। जीटीवी पर आने वाले इस शो में लीड रोल के लिए हितेश भारद्वाज को राजकुमार ने कास्ट किया है। वहीं दूसरा शो – ‘ ससुराल गेंदा फूल’ स्टार भारत पर आ रहा है। इसकी अभिनेत्री सगुन शर्मा को भी उन्होंने ही कास्ट किया है। इसके अलावा भी चार टीवी शोज की तैयारी वे कर चुके हैं। इन सभी टीवी शोज का प्रसारण कलर्स, जीटीवी, स्‍टार भारत और दंगल जैसे चैनल पर होने वाले हैं। इनमें कुछ ऐसे भी शोज हैं, जिसका ऑन एयर रूक गया था। वैसे शो में वे अपनी कास्टिंग एजेंसी राजकुमार क्रिएशन के जरिए प्रतिभाशाली कलाकारों को कास्ट कर रहे हैं।

बिहार से आने वाले राजकुमार प्रसाद ने ये जानकारी खुद दी है और कहा कि टेलीवीजन देश के मनोरंजन उद्योग का बेहद सशक्‍त माध्‍यम है। तभी जब कोरोना की महामारी ने सबकुछ रोक दिया था, तब भी  हमने अच्‍छे शोज टेलीवीजन के जरिए देश की जनता को दिए। और आज भी हम टेलीवीजन पर नए और रोचक प्रोजेक्‍टस लेकर आ रहे हैं, जो न सिर्फ दर्शकों को इंटरटेन करेगी, बल्कि उन्‍हें एक अलग अंदाज देगी।

आपको बता दें कि राजकुमार क्रिएशन इसके अलावा कुछ म्‍यूजिक अलबम भी लेकर आ रहे हैं। इन म्‍यूजिक अलबम में इंडस्‍ट्री के दिग्‍गज और बड़े चेहरे दिखने वाले हैं। हालांकि राजकुमार ने इसके बारे में कोई जानकारी अभी शेयर नहीं की है। इसके अलावे वे इन दिनों वेब सिरीज पर भी काम कर रहे हैं। मालूम हो कि बिहार के नालंदा जिले के तेतरवां से आने वाले राजकुमार प्रसाद ने अब तक कुंडली भाग्य (धीरज धूपर), गुड्डन (कनिका मान), बहु बेगम (डायना खान), तेरा क्‍या होगा आलिया (हर्षद अरोड़ा) जैसे लोकप्रिय धारवाहिक के लिए कास्टिंग कर चुकी हैं।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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