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Thursday, April 25, 2024
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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

आईएएस की तैयारी

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अशोक मिश्र गांव से छोटे भाई का फोन आया कि कंधई काका ने आपको बुलाया है। मैंने छोटे भाई से पूछा भी कि कोई खास...

मुस्टंडा डॉलर, पिलपिला रुपइया

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Ashok Mishra, New Delhi. भाई डॉलर! इन दिनों आप हमारे देश में बहुत भाव खा रहे हैं। सुना है, जब तक आपके आका इशारा नहीं...

प्रशासन ने नहीं ली सबक, फिर धंसी खदान

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Shiv Das.सोनभद्र। सफेदपोशों, राजनेताओं, पत्रकारों और उनके रिश्तेदारों के नाम सेआबंटित खनन पट्टों की आड़ में जिले में चल रहे अवैध खनन का खातक...

कहीं ज्यादा पीड़ादायक रही म्यांमार की कहानी

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संजय राय मोबाइल- 9873032246 भारत और उसके कई पड़ोसी देश इन दिनों चुनावी दौर से गुजर रहे हैं। पाकिस्तान में चुनाव हो गया है और वहां...

सोनभद्र सूचना विभाग का फर्जीवाड़ा

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शिव दास. जिला सूचना विभाग, सोनभद्र जनपद में कार्यरत पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के बारे में अधिकारियों और जनता को भ्रामक जानकारी मुहैया करा रहा है। इसके पीछे...

रक्षा-बंधन(कविता)

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अनुजय प्रताप सिंह 'रवि', तू जिस रूप में है मेरी बहना। तेरी रक्षा है मुझको करना। माँ बहन बेटियां या पत्नी। क्यूँ बेटियाँ ही हैं घृणा। रक्षा का है...

देवल रानी: इतिहास के आइने से

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देवल रानी---- युवराज ने भरे कंठ से कहा “प्यारी देवल, तुम सचमुच वफा की देवी हो, दिल्ली  के सुलतानों की राजनीति खून,  हत्या षड्यंत्र विश्वासघात...