अंदाजे बयां
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शीला की जवानी’ बीच चौराहे पर गाइये और देख लीजिये क्रान्ति
चंदन मिश्रा, पटना मिस्र में होस्नी मुबारक को भगाया जा चुका है। ट्यूनिशिया की देखा देखी वहां के नागरिकों के…
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आखिर किसकी है दिल्ली !
भारत की राजधानी दिल्ली, देश के इतिहास की एक लम्बी दास्तान है। इसे देश का दिल भी कहा जाता है।…
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बचपन की धुंधली यादों में बस गया था एक डाक्टर का चेहरा…
नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल के जाने-माने चिकित्सक सर्जन डा. जे.डी सिंह पूरी तरह से पटनाइट्स हैं। अपनी स्कूली शिक्षा से…
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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-8)
पहला रोमांस फिल्मों के साथ यह फिल्मों के प्रति दीवानगी की परकाष्ठा का युग था। फिल्में मानसिक पटल पर अपना…
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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-7)
उत्पाती बच्चों की पूरी टीम बैजू की दीवानी थी एथेंस के लगभग सभी प्रमुख विचारकों ने गीत और…
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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-6)
फ्री-स्टाइल में होता था फैटा-फैटी घिच-पिच आबादी वाली बस्ती कई मायनों में बच्चों को समृद्ध करती हैं, और उनके अंदर…
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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-5)
रेलवे लाइन पर वर्चस्व को लेकर जंग हिंसा एक स्वाभाविक गुण है- रग-रग में स्वस्फूर्त तरीके से दौड़ने वाली चीज-…
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तिरंगा बोल रहा है..!
ट्रिंग ट्रिंग…ट्रिंग ट्रिंग..ट्रिंग ट्रिंग…….हैलो नायक ! फोन पर नाम के साथ हैलो कहने का नायक का स्टाइल यूनिक है। कहता…
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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-4)
पुनाईचक के रग-रग में आक्रमकता भरी हुई थी किसी शहर की सांस्कृतिक समृद्धि का अहसास उस शहर के सिनेमाघरों और…
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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-3)
वीणा सिनेमाघर में फिल्म शोले से खाता खुला आलोक नंदन सभ्यता के विकासक्रम में लाइफ स्टाइल के साथ सोचने के…
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