कितने बलात्कार का गवाह बनेगा बिहार?
सुशासन की सरकार में बिहार शरीफ में एक छात्रा से सामुहिक बलात्कार और जलाये जाने की घटना ने लोगों को सकते में डाला ही...
कुप्रथाओं की जंजीरों में मानवाधिकार
डॉ. अर्चना ,व्याख्याता ,
पटना वीमेंस कॉलेज ,
पटना विश्वविद्यालय , पटना ।
भारतीय समाज में शताब्दियों से प्रचलित कुछ कुप्रथाएं ऐसी हैं जिनसे बहुत बड़े स्तर...
गृहिणियों के लिये जी का जंजाल बनता फेसबुक
सुबह- सुबह फेसबुक ... , सारे दिन फेसबुक... , दफ्तर से घर आये नहीं कि फेसबुक... , थोड़ी देर बच्चों को ही पढ़ा लेते...
ससुराल और मायके की चक्की में पिसती महिलायें
‘लड़की हो ज्यादा मत बोलो , अकेली मत घूमो , यह करो ...यह न करो , लगभग इन्हीं वाक्यांशों के बीच मध्यम वर्गीय परिवार...
जिंदगी होम कर रही है सुधा वर्गीस, रोशनी तो होगी ही
पथरीली राहों पर चलना कुछ लोगों की फितरत होती है। ऐसे ही लोग इतिहास की धारा को मोड़ने में कामयाब होते हैं। आराम भरी...
मानव अधिकारों का खुला मजाक बने रतलाम के दंगे
भूमिका कलम, भोपाल
गुजरात में जिस तरह पुलिस पर मुस्लिमों पर अत्याचार करने के आरोप हैं, उसी तरह मध्य प्रदेश पुलिस और राज्य सरकार को...
“मैं डायन नहीं हूँ…मरे हुये को नहीं जिला सकती”
एक हल्का जख्म हमें कई दिनों तक बैचेन कर देता है, फिर जरा उस महिला की सोचिए जिसके माथे पर बड़ा चीरा लगाकर उसमें...
महिलाओं को कब मिलेगा अश्लील फब्तियों से छुटकारा ?
देश में बहुत सारे छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन हैं जहां महिलाओं के लिए अलग से टिकट कटवाने के लिए कोई काउंटर नहीं है। इन काउंटरों...
“एक-एक करके दर्जनों दुल्हनें बना डालीं ”
सफलता का कोई शाट-कार्ट नहीं होता, दृढ़निश्चय और निरंतर प्रयास इसकी कुंजी है। पुरुष प्रधान समाज में स्त्रियों के लिए अपने मुकाम को पहचाना...