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क्या आतंकवाद के प्रवेश के लिए जाना जाएगा नीतीश राज?
मोदी आज कई लेवल पर बोले, बिहार के इतिहास को गौरवपूर्ण तरीके से याद किया और याद दिलाया, लोकल जुबान भी बोले, नीतीश को महा अवसरवादी करार दिया, लालू पर भी चुटकी ली और भाजपा कार्यकर्ताओं के हौसलों में भी हवा भरी….कुल मिलाकर आज मोदी अपने बेहतर मंचीय परफॉरमेंस में थे….विस्फोटों ने मीडिया कवरेज का रुख ही बदल दिया…मोदी के बजाय विस्फोट दिनभर कवरेज सेंटर में रहा।
आज गांधी मैदान में नेशनल मीडिया का जमावड़ा था….यानि राष्टÑीय तमाशा का पूरा इंतजाम किया गया था, जहां तहां बम बिछा करके, जिस तरह से धमाके हो रहे थे उससे भगदड़ में डेथ कैजुअल्टी बढ़ाने की योजना तो साफ तौर पर दिखाई दे रही है…. भाजपा की पटना रैली एक हाई प्रोफाइल रैली थी, खुफिया अफसरों को अलर्ट रहना चाहिए था…यदि केंद्र से अलर्ट नहीं किया गया था तो बिहार के खुफिया को अपनी ओर से अलर्ट रहना चाहिए था, बेसिक चूक खुफिया लेवल पर हुई है….
जंगला राज के लिए जाना था लालू राज, अब नीतीश राज क्या बिहार में आतंकवाद के प्रवेश और विस्तार के लिए जाना जाएगा…???? बोध गया के बाद यदि पटना विस्फोट आतंकी हमला है तो फिर बिहार को सर्तक हो जाना चाहिए….बिहार की हवा में कुछ ठीक नहीं है…..बयानबाजी का क्या है वो तो चलता रहेगा….बस बिहार में आतंकवाद नहीं चलना चाहिए….
रैली को लेकर मुस्तैद चौकसी से दूर रहना नीतीश की मजबूरी थी, यदि पुलिस चुस्त होती तो फिर भाजपाई पुलिस द्वारा रैली में विध्न डालने का बयान ठोकने लगते….अब पूरे बिहार के सामने लाख टके की सवाल है….क्या बिहार भी आतंकी निशाने पर है??? बगैर राजनीति किये इस पर ठंडे दिमाग से बिहारी नेताओं को आगे बढ़ने की जरूरत है…