पहला पन्ना

धरहरा में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ सरस्वती पूजा

लालमोहन महाराज, मुंगेर

मुंगेर जिले के धरहरा में श्री लक्ष्मी पुस्तकालय के प्रांगण में हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी सरस्वती पूजा शांतिपूर्ण वातावरण व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। धरहरा प्रखंड के विभिन्न पूजा पंडालों में भी विद्या की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। वहीं मां सरस्वती की आराधना के लिए पूजा पंडालों तक लोगों का आना देर शाम तक जारी रहा। कई पंडालों में देर शाम तक भजन कीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया । धरहरा के श्री लक्ष्मी पुस्तकालय के प्रांगण में भी देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल केदारनाथ धाम मंदिर की तर्ज पर यहां पंडाल बनाया गया| धरहरा के ग्रामीणों का कहना है कि सन् 1920 से यहां विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती है । मां सरस्वती की पूजा अर्चना से श्रद्धालुओं की मुरादें पूरी होती हैं । सरस्वती माता की कृपा से विद्यार्जन कर गांव के सैंकडौ विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए हैं।सफल अभ्यर्थी देश की कई प्रतिष्ठित संस्थानों व सरकारी प्रतिष्ठानों में अपनी सेवा दे रहे हैं।
इस अवसर पर पूजा में मुख्य आचार्य राजकुमार , कार्यकर्ता विश्वाजीत प्रताप, समाजसेवी हिमांशु कुमार, हर्ष कुमार, अनुराग सिंहा ,अमन कुमार मोनू , आयुष आनंद , अभिनव कुमार ,छत्रशाल सिंह, सोनू कुमार, नीतीश कुमार, सुमित सिंह (मेंडिश) एवं समस्त क्षेत्रवासियों के सहयोग से पूजा को पहले से भी ज्यादा धूम धाम से मनाया गया|

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button