आमरण अनशन

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अनशनकर्ता- डॉ. मटुकनाथ चौधरी

बर्खास्त हिन्दी उपाचार्य, बी. एन. कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय, पटना

दिनांक- 21.11.2011

समय-  11 बजे पूर्वाह्न

स्थल-  कारगिल चौक, गाँधी मैदान, पटना

उद्देश्य-  महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति की अदालत में लगभग ढाई साल से लंबित अपील का फैसला पाने हेतु

महोदय

मेरे निलंबन और बर्खास्तगी को मिलाकर लगभग साढ़े पाँच साल हो रहे हैं। इतने दिनों में पटना विश्वविद्यालय से लेकर राजभवन तक के रवैये से मैं त्रस्त और पस्त हो गया हूँ। तीन साल से अधिक पटना विश्वविद्यालय ने मेरे मामले को लटकाये रखा और दुर्भाग्यवश लगभग ढाई साल से राजभवन ने। आखिर कब तक मैं न्याय के लिए तड़पता रहूँ ? हर तरफ से निराश होने के बाद मेरे लिए अंतिम उपाय आमरण अनशन ही रह गया है। 15.07.06 को मैं निलंबित हुआ था और 20.07.09 को बर्खास्त। उसके बाद उसी माह महामहिम की अदालत में न्यायार्थ अपील की थी। तब से लेकर अभी तक के तिथिवार घटनाक्रम पर एक नजर डालने से स्पष्ट होगा कि मेरे केस में राजभवन के द्वारा कितनी उदासीनता बरती जा रही है।

तिथि घटना

31.07.09 महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति की अदालत में अपनी बर्खास्तगी के विरुद्ध अपील

4.09.09 राजभवन के द्वारा पटना विश्वविद्यालय से बर्खास्तगी से संबंधित जवाब शीघ्र भेजने का निर्देश।

मेमो नं.-पीयू- 42@2009-3124, जी एस ( 1 ), दिनांक 4.9.09

16.02.10 पटना विश्वविद्यालय के द्वारा बर्खास्तगी से संबंधित रिपोर्ट राजभवन को प्रेषित। पत्र सं, जी- 63, दिनांक-16.02.10

21.04.10 राजभवन के द्वारा अगली कार्रवाई न होने पर माननीय पटना उच्च न्यायालय में मेरे द्वारा रिट याचिका दायर। सी. डब्ल्यू. जे. सी नं. 7141-2010

24.01.11 माननीय उच्च न्यायालय, पटना के द्वारा दोनों पक्षों को सुनने के उपरांत आदेश पारित जिसमें निर्देश दिया कि राजभवन सचिवालय उचित समय सीमा के भीतर शीघ्रातिशीघ्र सुनवाई कर केस का निबटारा करे। रिक्वीजिशन नं. सीडब्ल्यूजेसी. नं.-3352@2011, दिनांक- 27.01.11

28.01.11 उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में राजभवन में लंबित अपील की शीघ्र सुनवाई हेतु पुनः अपील

14.04.11 पटना उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित उचित समय सीमा बीत जाने के बाद भी सुनवाई न होने पर मेरे 

द्वारा साष्टांग मार्च जिसमें शहर के सैकड़ों न्यायप्रिय बौद्धिक व्यक्ति शामिल हुए।

24.04.11 राजभवन के द्वारा मेरे केस की सुनवाई की तिथि 27.05.11 निर्धारित। पत्र सं. पीयू- 42@2009-989 जी एस ( 1 ), पटना, दिनांक- 24.04.11

27.05.11 महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति के द्वारा शानदार सुनवाई हुई, जिसमें मेरे ऊपर गैरकानूनी कार्रवाई करने के कारण पटना विश्वविद्यालय को फटकार लगायी गयी।

28-31.07.11 लंबे समय तक फैसला न आने के कारण अज्ञात स्थल पर तीन दिनों तक महामहिम से मौन प्रार्थना

30.09.11 मौन प्रार्थना के बेअसर होने पर महामहिम से मिलने के लिए प्रार्थना-पत्र, लेकिन समय न मिला 

15.11.11  महामहिम के महामौन से आर्थिक और मानसिक रूप से अत्यन्त पीड़ित होने के बाद 21.11.11 को आमरण अनशन करने का निर्णय। इससे संबंधित पत्र राजभवन सचिवालय में सौंपा।

21.11.2011 आमरण अनशन आरंभ

अपील

तमाम न्यायप्रिय मित्रों से अपील है कि वे इस न्याय यज्ञ में मेरी सहायता करें। वे निम्नलिखित तरीके से 

सहयोग कर सकते हैं-

ऽ जगह जगह धरना के द्वारा

ऽ शांतिपूर्ण प्रदर्शन, जुलूस, प्रभातफेरी आदि के द्वारा

ऽ मेरे साथ अनशन स्थल पर कुछ समय बैठकर

ऽ हस्ताक्षर अभियान के द्वारा 

ऽ अपने ढंग से चाहे जो भी तरीका अपनायें, मेरी तरफ से शर्त सिर्फ इतनी है कि वह शांतिपूर्ण, अहिंसक और लोकतांत्रिक होना चाहिए।

  निवेदक

मटुक नाथ चौधरी

फोन- 9031227181, 9334149605

दिनांक-19.11.11

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