बिहार से मिला प्रेम कभी नहीं भुलाऊंगा: निम्ब्रान

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विनायक विजेता,

कार्यकाल के अंतिम दिन भावुक हो उठे निम्ब्रान
कहा बिहार से मिला प्रेम कभी नहीं भूलाऊंगा

अवकाश ग्रहण कर रहे हैं होमगार्ड के डीजी

1979 बैच के वरीय आईपीएस अधिकारी और होमगार्ड के डीजी अमरीक सिंह निम्ब्रान अपने 34 वर्षों के सेवाकाल के अंतिम दिन काफी भावुक हो गए। वो इतने भावुक हो गए कि बोलते-बोलते उनका गला रुंध गया, पर उन्होंने तत्काल अपने जज्बात पर काबू पाते हुए संक्षिप्त में ही अपना उद्गार समाप्त कर दिया।

बिहार को 34 वर्षो से अधिक समय तक अपनी सेवा देने वाले ए. एस. निम्ब्रान रिटायर हो रहे हैं। मूल रुप से हरियाणा के निवासी निम्ब्रान की आईपीएस बनने के बाद पहली पोस्टिंग दिसम्बर 1980 में गया के प्रोबेशनल एएसपी के रुप में हुई थी। निम्ब्रान पटना के सिटी एसपी, सीनियर एसपी, डीआईजी और आईजी भी रह चुके हैं। ए.एस निम्ब्रान का नाम उन गिने चुने आईपीएस अधिकारियों में शुमार होता है जिन्होंने अपने कार्यकाल में अनेक कठिनाइयों का सामना भी चुनौती समझ कर किया। सेवानिवृति के क्रम में शुक्रवार को बिहटा के आनंदपुर स्थित गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशाम सेवा के केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित विदाई समारोह में बोलते हुए निम्ब्रान ने राष्टकवि दिनकर की एक पंक्ति किसे भूलुं किसे याद करुं का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार में उन्हें जो प्रेम मिला उसे वह कभी नहीं भूल सकते और अपने गृह राज्य में जाने के बाद भी बिहार उन्हें हमेशा याद आता रहेगा।

उन्होंने कहा कि उनके आदर्श उंचे रहे और वह बिहार से गिले-शिकवे मिटा कर जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर अनजाने में उनसे कोई गलत काम या अत्याचार हुआ हो तो वह उसके लिए माफी चाहते हैं। इसके पूर्व निम्ब्रान ने सम्मान परेड की सलामी ली। इस अवसर पर विभाग के अपर महासमादेष्टा डा. परेश सक्सेना निवर्तमान डीजी और उनकी पत्नी प्रकाश निम्ब्रान को भगवान बुद्ध की कांस्य प्रतिमा, अंग वस्त्र एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। इस लोकप्रिय अधिकारी को विदाई देने के लिए पूर्व आईपएस अधिकारी सह बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य राजवर्धन शर्मा, एडीजी, रेल पीएन राय, अपर पुलिस महानिदेशक सुनील कुमार, आईजी सीआईडी विनय कुमार, आईजी आलोक राज, डीआजी सीआईडी कमल किशोर सिंह सहित कई आईपीएस मंच पर मौजूद थे। बिदाई समारोह को परेश सक्सेना, उप-महासमादेष्टा राम नारायण सिंह सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर समादेष्टा अजय कुमार, प्रमंडलीय समादेष्टा जुलियन टेटे, जीवेन्द्र नाथ झा, डीएसपी कामिनी बाला व मीडिया समन्वयक उमेश नारायण मिश्र सहित कई पदाधिकारी मौजुद थे। अमरीक सिंह निम्ब्रान के सम्मान में शुक्रवार की शाम छज्जू बाग स्थित कार्यालय में भी विदाई समारोह का आयोजन किया गया है।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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