मैं गीत प्यार का गाता हूं संग तुम भी गाओ,ओ साथी !

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मैं गीत प्यार का गाता हूं
संग तुम भी गाओ,ओ साथी !

कोई राह नहीं मुश्किल होता pl
तुम कदम मिलाओ,ओ साथी !
मैं गीत प्यार का गाता हूं
संग तुम भी गाओ, ओ साथी !

नभ से जीवन बरस रहा
दिल, दिल से मिलने को तरस रहा
नफरत की ऊंची दीवारों को
तुम तोड़ गिराओ,ओ साथी !

मंजिल चाहे दूर सही
मैं रुकने को मजबूर नहीं
चलते रहना है शगल मेरा
संग तुम भी आ जाओ, ओ साथी!

चाहे रात गहन हो, काली हो
हाथों में विष की प्याली हो
मैं लौ सच्चाई की जलाता हूं
तुम साथ तो आओ, ओ साथी!

बारिश की राते जाएंगी
फूलों के दिन आएंगे
नम धरती के आंचल में
संग मेरे बीज लगाओ, ओ साथी!

जब संकल्प हो आंखों में
नींद किसे फिर आती है
मैं बुन रहा हूं सपनों को
तुम सूत तो लाओ,ओ साथी !

मैं गीत प्यार का गाता हूं
संग तुम भी गाओ,ओ साथी !

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