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Saturday, April 20, 2024
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आलोक नंदन

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पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-3)

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वीणा सिनेमाघर में फिल्म शोले से खाता खुला       आलोक नंदन  सभ्यता के विकासक्रम में लाइफ स्टाइल के साथ सोचने के तरीकों को तब्दील करने में...

अंधेरों में गुम होना पड़ सकता है सुपर रियलिस्टिक डायरेक्टर रामगोपाल...

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आलोक नंदन फ्रेडरिक विल्हम नीत्से का प्रसिद्ध चरित्र जरथुष्ट्र अपने अनुयायियों  से कहता है, मैं तुम लोगों को प्यार करता हूं...बेहद प्यार करता हूं...इसलिए में...

In search of creative genius in Indian Cinema

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'Will is the centre around which all the functions of life moves.' -Schopenhauer Alok nandan The secret of genius lies in the clear and impartial perception of...

पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-2)

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(दिल्ली, जम्मू, पंजाब और मुंबई जैसे शहरों में  लंबे समय तक भटकने के दौरान पटना की बहुत याद आती रही। जिंदगी और खुली आंखों...

पटना को मैंने करीब से देखा है (पार्ट-1)

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(दिल्ली, जम्मू, पंजाब और मुंबई जैसे शहरों में  लंबे समय तक भटकने के दौरान पटना की बहुत याद आती रही। जिंदगी और खुली आंखों...

काफिला-ए-हिजाज इस्लाम के विस्तार से जुड़ी एक रुमानी प्रेम कहानी

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(पुस्तक-विवेचना) आलोक नंदन “काफिला-ए-हिजाज” जनाब नसीम हिजाजी द्वारा लिखित एक तारीखी नाविल है, जिसमें एक इराकी युवक हस्सान और एक ईरानी सामंत कबाद की...