नव वर्ष के वास्ते कामना
- धर्मवीर कुमार, बरौनी , बेगुसराय
नव वर्ष के वास्ते, है मेरी यह कामना.
जो जहाँ हैं, खुश रहें, दुखों से हो न सामना.
नए साल में,...
यह जादू नहीं टूटना चाहिए (कहानी)
सूरज प्रकाश
अभी केबिन में आकर बैठा ही हूं कि मेरे निजी फोन की घंटी बजी। इस नम्बर पर कौन हो सकता है। मैंने हैरान...
बाइट्स, प्लीज (उपन्यास, भाग-15 )
30.
दफ्तर के अंदर 23 तारीख की सुबह को जब लोगों को पता चला कि रत्नेश्वर सिंह आ रहे हैं, खुसफुसाहट शुरु हो गई। विमल...
बाइट प्लीज (उपन्यास-भाग 9)
17.
दूसरे दिन नोएडा स्थित चैनल 11 के दफ्तर में कदम रखते ही वहां के माहौल को देखकर उसे अपने आप में एक नई...
Some pages of a torn- diary (part 11)
10 August
One of the students of the institutes of Journalism came to me and asked ''What is the story of Lady Chaterlee's lover?'' In...
मात खाती जिंदगी (कविता)
मात खाती जिंदगी मुझसे सवाल करती है
और मैं उसे यकीन दिलाता हूं
उस विजय का
जिसके लिए
कई लोगों ने अपनी जिंदगियों को दांव पर लगाया है
जब...
आम आदमी का संविधान
निर्भय देवयांश
एक आदमी जिसके पास देने के लिए कुछ भी नहीं
आखिर यही आदमी सबसे अधिक चिंता क्यों करता है
हमलोगों के बारे में, देश दुनिया...
पहचान (कविता)
-अक्षय नेमा मेख,
जरूरी है अपनी पहचान
अपनों की
तलाश के लिए,
उस जिन्दगी में
जहाँ सब कुछ छूट जाता है
पहिये सा घूमता समय
निकलता है बिना रुके
लेकर सब कुछ।
जो...
दि लास्ट ब्लो (उपन्यास, चैप्टर 5)
आलोक नंदन शर्मा
5.
एक साथ तीन बैच पाकर प्रो. एस पी यादव गदगद था। अपने एक घंटे के क्लास में वह दस मिनट पढ़ाता था...
बहुत पीछे छोड़ देता है… (कविता)
खुली आंखों से सपने देखता
व्यवहारिकता की सत्ता को ललकारता,
वह बहुत पीछे छोड़ देता है
जिंदगी की मुस्कान को।
संघर्ष की ताकत को पहचानता
बदलाव की आवाज लगाता,
वह...