एसएसपी दफ्तर की चौखट पर आरजू मिन्नत करते एक बुजुर्ग अपनी बच्ची की तलाश में दर-दर की खा रहा ठोकर

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आलोक कुमार झा,भागलपुर। एसएसपी दफ्तर की चौखट पर आरज़ू मिन्नत कर रहा यह बुजुर्ग एक अपहृत बच्ची का लाचार पिता है| आंखों में आंसुओं का सैलाब, नजरें जमीन में टिकी हुई और लड़खड़ाती जुबान से एक ही शब्द बार – बार निकल रहा है साहब मेरी बिटिया मुझे लौटा दीजिए, आंखों का तारा है मेरी बिटिया, बड़े सपने से हमने अपनी कलियों को पाला पोसा और काफी उम्मीद से पढ़ाया लिखाया भी है| मुझे पुत्र नहीं है साहब लेकिन इस बात की कभी भी तनिक चिंता नहीं हुई है क्योंकि मेरी बिटिया किसी बेटे से कम नहीं है| दो बेटी है और दोनों होनहार है| लेकिन एक युवक ने मेरे खुशियों को छीन लिया| करीब ढाई महीने पहले नाथनगर थाना क्षेत्र के नवटोलिया निवासी उक्त युवक ने बहला फुसलाकर शादी की नीयत से बड़ी बेटी का अपहरण कर लिया है| मामला जिले के सबौर थाना क्षेत्र का है| बकायदा 26 मार्च, 2022 को सबौर थाना में इसकी लिखित शिकायत भी की गई लेकिन सबौर थाना की ऊर्जावान और कर्त्तव्यपरायण पुलिस करीब ढाई माह बीतने के बाद भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई है| सबौर थाना की पुलिस के कार्यशैली से मायूस होकर बच्ची के पिता पहले डीआईजी दफ्तर पहुंचे और डीआईजी से बच्ची की बरामदगी की गुहार लगाते हुए सबौर थानेदार की लिखित शिकायत की| डीआईजी ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए डीएसपी विधि व्यवस्था डॉ गौरव कुमार को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया| लेकिन डीएसपी साहब भी अपने आलाधिकारी के निर्देश को केवल लोकेशन ट्रेस तक ही सीमित कर दिया| बच्ची कहां है इसकी जानकारी डीएसपी साहब ने रोते बिलखते पिता को जरूर दे दिया लेकिन एक पिता की लाडो कैसे अपने पिता के पास लौटेगी इसका जवाब उनके पास भी नहीं था| आखिर एक लाचार पिता करे भी तो क्या करे , वो कहते हैं न ताड़ से गिरे तो खजूर से लटके, वही इनके साथ भी हुआ| डीआईजी साहब के निर्देश के बाद भी बेटी नहीं मिला तो बेटी की बरामदगी की उम्मीद के साथ चल दिए एसएसपी साहब के दफ्तर, पहले दिन तो साहब नहीं मिले लेकिन दूसरे दिन साहब से भेंट हुई, फिर क्या था, बेटी के लिए पिता एसएसपी के समक्ष दहाड़ मारकर रोने लगे| जुबान पर बस एक ही बात साहब मुझे किसी अनहोनी की आशंका है मेरी बेटी दिल का टुकड़ा है, मेरे लिए वही संसार है और वही जीने कि उम्मीद हे साहब मेरी बेटी को ला दीजिए ये एहसान सात जन्मों तक याद रखूंगा| एसएसपी ने पूरे मामले को सुनने के बाद फिर एक बार जांच के लिए डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर डॉ गौरव कुमार और सबौर थानेदार को निर्देश दिया| लेकिन स्थिति अब भी ढाक की तीन पात वाली है| इस बारे में बच्ची के पिता ने बताया की नाथनगर थाना क्षेत्र के नवटोलिया के रहने वाले एक युवक ने विगत 21 मार्च को शादी की नीयत से उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है| 26 मार्च को सबौर थाना में इसकी लिखित शिकायत की लेकिन आजतक नामजद आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है| उन्होंने कहा कि सबौर थाना की पुलिस से उनका अब विश्वास खत्म हो गया है| बेटी के बारे में पूछने पर सबौर थानेदार सकरात्मक जवाब देने के बजाय डराते धमकाते हैं और जलील करने से भी बाज नहीं आते| डीआईजी को दिए आवेदन में उन्होंने सबौर थानेदार के पूरे कथित बदसलुकी का उल्लेख भी किया है| बच्ची के पिता की मानें तो आरोपी लगातार उन्हें और उनके परिवार वालों को जान से मारने कि धमकी दे रहा है| वहीं दूसरी ओर इस संबंध में डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर डॉ गौरव कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है, बहुत कुछ सुराग नीला भी है जल्द ही आरोपी कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा और बच्ची को भी बरामद कर लिया जाएगा| बहरहाल पुलिस लाख दावे करे लेकिन यह तो तय है कि बच्ची की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी अब तक नहीं होना लापरवाह पुलिस की निकम्मेपन का ताजा साक्ष्य है| इसी बीच बच्ची का उक्त आरोपी के साथ एक फोटो पिता के मोबाइल पर सोशल मीडिया के जरिए प्राप्त हुआ है| जिसे उन्होंने पुलिस को भी उपलब्ध करवा दिया है बावजूद इसके पुलिस द्वारा टालमटोल लाख टके का सवाल खड़ा कर रहा है|

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