आजाद हिंद फौज के संस्थापक एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 125 वीं जयन्ती आज प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनायी गयी। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधान पार्षद डा. समीर कुमार सिंह ने की।
इस अवसर पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा आजाद हिन्द फौज की स्थापना एवं स्वतंत्रता आन्दोलन में नेताजी के अमूल्य योगदान पर डॉ. समीर कुमार सिंह ने कहा कि नेताजी के त्याग एवं बलिदान आज भी देशवासियों को प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि आई.सी.एस. की परीक्षा में उच्च स्थान पाने के बाद भी उन्होंने सरकारी सेवा छोड़ देश की आजादी की लड़ाई में कूद पड़े। 1938 में नेताजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने। उनकी संगठन क्षमता अद्वितीय थी। सुभाष चन्द्र बोस 1939 में भारी बहुमत से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
भारत को स्वतंत्र कराने के लिए नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने करीब पैंतीस हजार लोगों से आजाद हिन्द फौज की सेना खड़ी की। नेताजी में अद्भुत राष्ट्रीयता एवं देश समर्पण की भावना थी।
इस अवसर पर सर्वप्रथम नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
इस अवसर पर मीडिया विभाग के चेयरमेन राजेश राठौड़, सदस्यता प्रभारी ब्रजेश प्रसाद मुनन, संजय कुमार पाण्डेय, अरविन्द लाल रजक, शशिकांत तिवारी,स्नेहाशीष वर्द्धन, हिमांशु कुमार, मृणाल अनामय,निरंजन कुमार, राजीव सिन्हा,निधि पाण्डेय, इन्द्रदेव प्रसाद,विनोद कुमार एवं अन्य कांग्रेस जनों ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण किया।