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Thursday, March 28, 2024
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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

तंत्र-मंत्र जैसे अंधविश्वास पर करारा प्रहार करता है ’’बचके रहना रे...

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राजू बोहरा, नयी दिल्ली हिंदुस्तान सभी धर्मो को मानने वाले लोगो का देश है, यहाँ हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सहित लगभग सभी धर्मो में आस्था...

दूरदर्शन के चर्चित निर्माता-निर्देशक उदय कुमार को ’’कला श्री सम्मान’’

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राजू बोहरा नयी दिल्ली छोटे पर्दे के दर्शको के लिए निर्माता-निर्देशक उदय कुमार का नाम किसी खास परिचय का मोहताज नही है। वह बतौर...