भारत स्वाभिमान में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर बाबा रामदेव से न्याय की गुहार

3
42

 

तेवरआनलाईन, पटना

बाबा रामदेव के स्वाभिमान भारत में जारी धांधली का खुलासा तेवरआनलाईन ने किया था। पूरे मामले में पीड़ित प्रमोद कुमार ने न्याय के लिए भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) के बिहार इकाई द्वारा  मुख्य प्रशासनिक कार्यालय हरिद्वार में गुहार लगाई है। इस संबंध में उन्होंने भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) हरिद्वार के मुख्य प्रशासक को एक पत्र लिखा है, जिसकी एक कापी तेवरआनलाईन के पास भी है, जिसे जारी किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रमोद कुमार तेवरआनलाईन के माध्यम से पाठकों से राय भी मांग रहे हैं कि उन्हें न्याय के लिए क्या करना चाहिये। यहां प्रस्तुत है उनके द्वारा भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) हरिद्वार को भेजे गये पत्र की नकल।    

 सेवा में,

मुख्य प्रशासक

भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) हरिद्वार, उत्तराखंड

विषय:  भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) के बिहार इकाई में व्याप्त भ्रष्टाचार के संदर्भ में।

 महाशय,

सविनय निवेदन है कि मैं प्रमोद कुमार वल्द स्व. मधुसूदन राय, निवासी- H/O रामदयाल सिंह पिली कोठी, पुनाईचक पटना-23 (बिहार) का रहने वाला हूं। मैंने भारत स्वाभिमान के विशिष्ट सदस्यता हेतु अप्रैल 2010 में आवेदन दिया था। आवेदन फार्म मैंने पतंजलि योगपीठ द्वारा संचालित चलंत दवा वाहन में कार्यरत जगदीश प्रसाद आई.डी. नंबर जे.पी. 3070 से लिया तथा फार्म भरकर 1100 रुपये नगद उनको दिया। एक सप्ताह पश्चात उन्होंने मुझे उसका रसीद दिया (नंबर-A-0412574) दिया। रसीद कटने का दिनांक 19-04-2010 है जो रसीद पर अंकित है। रसीद मिला हुआ छह माह बीत जाने पर भी आपके मुख्यालय से कोई पत्र या प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर मुझे शंका हुई। तब मैंने हरिद्वार मुख्यालय के दूरभाष (01334-240008) पर संपर्क किया। वहां से मुझे पता चला कि मेरा फार्म अभी तक हरिद्वार नहीं भेजा गया है। तब मैंने हरिद्वार आफिस से पटना कार्यालय का नंबर लिया। वहां से दो दूरभाष नंबर मिला, 0612-2362140 एंव 09431860308। संपर्क करने पर पहला नंबर डेड था तथा दूसरा नंबर स्वीच आफ था। मैंने पुन पटना स्थित चिकित्सालय से संपर्क किया। यहां से मुझे नया मोबाइल नंबर 9955999188 मिला, जो आशीष सिन्हा, पटना प्रभारी, भारत स्वाभिमान का था। संपर्क करने पर आशिष सिन्हा से जानकारी मिली  कि योगपीठ की दवा वाहन से 75 फीसदी नकली एंव 25 फीसदी असली दवा बेची जा रही है तथा उस वाहन के संचालक में एक जगदीश प्रसाद (मोबाइल नंबर-9431887818) ठग हैं। वे फर्जी रसीद देकर लोगों को भारत स्वाभिमान का सदस्य बनाते हैं। ये बात उन्होंने दिनांक 16-09-2010 को शाम 7 बजे को बताया। तब मैं काफी परेशान हो गया। पुन मैंने हरिद्वार कार्यालय से संपर्क किया। वहां से मुझे राजीव दीक्षित का मोबाइल नंबर 09422903599,09837342711 मिला। दिनांक 16-09-2010, शाम 7.53 बजे मैंने उनसे संपर्क किया तथा अपनी परेशानी बताई। तब उन्होंने कहा कि मैं दिनांक 24-09-2010 को बिहार दौरे पर आ रहा हूं, तब आप मिलें। तब उनसे पूछा कि बिहार में आप कहां आ रहे हैं, तो उन्होंने बताया कि सीवान और छपरा में मीटिंग करनी है। मेरे कहने पर कि मैं पटना से वहां कैसे मिल सकूंगा, तो उन्होंने कहा कि पटना भी आ सकता हूं, तब मिलें।

प्रमोद कुमार को मिली रसीद जिस पर किसी भी पदाधिकारी का हस्ताक्षर नहीं है

यह संतोषजनक नहीं लगा। तब दिनांक 17-09-2010 को सुबह 7 बजे मैंने उस दवा वाहन को पकड़ा, जिसपर जगदीश प्रसाद रहते हैं। जगदीश प्रसाद ने स्वीकार किया कि मेरा फार्म और पैसा अभी उन्हीं के पास है और उसे उन्होंने हरिद्वार नहीं भेजा है। जब मैंने पटना प्रभारी आशिष सिन्हा का नाम लिया तो उन्होंने आरोप लगाया कि आशिष सिन्हा खुद ठग हैं, उसने सैकड़ों लोगों से योग शिक्षक बनाने के नाम पर लाखों रुपये ऐँठे हैं।

तब मैं और परेशान हो गया तथा सोचने लगा कि अब किसके पास जाऊं। तब दवा वाहन पर कार्यरत एक सज्जन ने मुझे भारत स्वाभिमान के राज्य प्रभारी नवीन जी का मोबाइल नंबर 9955999188 पर संपर्क करने को कहा। मैंने उक्त नंबर पर नवीन जी से संपर्क किया एंव सारी घटना बताई। तब उन्होंने कहा कि मैं अभी पटना से बाहर हूं। दो दिन में पटना आ जाऊंगा, तब आपके मोबाइल नंबर पर संपर्क करूंगा और सारी बातों का तहकीकात करूंगा। श्रीमान से मेरा निवेदन है कि मैंने 19-04-2010 को भारत स्वाभिमान का सदस्यता रसीद लिया और आजतक मेरा फार्म हरिद्वार मुख्यालय नहीं पहुंचा। इससे मुझे पहला क्षति यह पहुंचा कि अभी तक मुझे आई.डी. नंबर नहीं मिला, दूसरा, एक परिवार एक उपहार के लाभ से वंचित रहा, तीसरा, अति विशिष्ट सदस्य को राज्य कार्यकारिणी में प्राथमिकता मिलता है इससे वंचित रह गया, चौथा, एक सबसे महत्वपूर्ण बात कि मुझे हरिद्वार में 8 दिन का योग एवं भारत स्वाभिमान के निशुल्क प्रशिक्षण से वंचित रहना पड़ा। साथ ही मानसिक और आर्थिक कष्ट तो पहुंच ही रहा है।

श्रीमान से इस पत्र के माध्यम से न्यायिक याचना करता हूं।

संलग्न

1– भारत स्वाभिमान का विशिष्ट सदस्यता रसीद

2- मेरे एक साथी दिनेश राय का सदस्यता रसीद

विश्वासभाजन

प्रमोद कुमार,

H/O- राम दयाल सिंह, पीली कोठी पुनाईचक, पटना 23 (बिहार)

3 COMMENTS

  1. adarniya pramod ji,
    sprem om! prarthana hai ki jagdish ji ko yah rasid book rajya prabhari bihar se prapt hui thi, isi book me se jagdhish ji ne ek rasid apko kati hai ek book me 10 raside hoti hai jab tak puri raside nahi kat jati tab tak book vapsh nahi ki ja sakti| jagdish bhai se vartalap ke anusar yah book puri unhone abhi sabhi 10 sadasy banakar iska paisa bank of baroda me jama kiya hai tatha karban rasid book ko vapas rajy prabhari bihar ko saupa hai| apko jo rasid di gayi hai vah bilkul sahi rasid hai, is rasid ko dikhakar aap sabhi prakar ki suvidhaye jo ki ek vishist sadasy ko prapt hoti hai vah sangathan se aap le sakte hai| id numbar prapt hone me kai bar lanba samay inhi sab karno se lag jata hai jo ki prsasnik andruni prakriya hai, fir bhi aap ko taklif hue iske liye hum khed prakat karte hai| shighra hi ap se jagdish bhai samaprk karke sari stithi ka ispasti kran karenge, aiye sabhi bhram ko mitate hue ma bharti ke prati apne samarpan ko vyakt karke apna kartvya pura kare|
    jay bharat vandematram
    anil mittal sanrakshak bharat swabhiman nyas

  2. Hi.i am dr.mujahid lakhimpur hum bharat swabhiman ke vishisht karyakarta banna chahta hu kirpya mujhe kisi parbhari ka number dene ki karpa kare mera no.9919347965

  3. @chels I know what you mean, its hard to find good help these days. People now days just don’t have the work ethic they used to have. I mean consider whoever wrote this post, they must have been working hard to write that good and it took a good bit of their time I am sure. I work with people who couldn’t write like this if they tried, and getting them to try is hard enough as it is.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here