अनमोल होते हैं भाई-बहन के रिश्ते
वीरेन्द्र कुमार//
कुछ रिश्ते विरासत में मिलते हैं जो जन्म से निर्रधारित होते हैं, कुछ रिश्ते बनाये जाते हैं पर अटूट हो जाते हैं, भाई...
कनवा के बिना रहा ना जाये – कनवा का देखे मूढ़...
:भरत तिवारी "शजर"//
और यही हाल है फेसबुक का | एक समय था कि लोग रोज कसम खाते थे, कि कल से शराब...
क्या विज्ञान और तकनीक ने हमें स्वतंत्र कर दिया ?
सुनील दत्ता //
पिछले कुल 100 वर्षो में हुए आविष्कारों ने हमारे जीवनशैलियों को पूरी तरह रूपांतरित कर दिया। वर्षो की यात्राए घंटो में बदल...
परिवर्तन के लिए सपने देखना है जरूरी : विभूति नारायण राय
अमित विश्वास//
कवि सम्मेलन ने लोगों का मन मोहा
सहरसा, 08 नवम्बर, 2012; कला, संस्कृति तथा साहित्य संस्थान, बटोही द्वारा कला ग्राम, सहरसा में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव में अकादमिक सत्र...
नये साल पर ‘बेवफा सनम’ हुआ मौसम !
नव वर्ष 2012 के पहले ही दिन तापमान में भारी गिरावट और हल्की बूंदा-बांदी के बीच मौसम ने लोगों के जश्न के उत्साह को...
जिय रजा कासी !
काशीनाथ सिंह का उपन्यास अपना मोर्चा जब पढा था तब पढता था और उस का ज्वान उन दिनों रह रह आ कर सामने खडा...
गरम रोटी की महक पागल बना देती मुझे
दयानंद पांडेय,
अदम गोंडवी क्या गए लगता है हिंदी कविता की सुबह का अवसान हो गया।
हिंदी कविता में नकली उजाला, नकली अंधेरा, बिंब, प्रतीक, फूल,...
… मस्त हूं अपनी मस्ती में (ओशो जन्मदिवस-11दिसंबर)
विचारों की एक ऊंची श्रृंखला और आध्यात्मिक आंदोलन की आंधी का दूसरा नाम है ओशो। वास्तव में ओशो मानवता की एक नई आवाज हैं,...
डोली में बिठाई के कहार…
स्वयंबरा बक्शी
हुनहुना रे हुनहुना, हुनहुना रे हुनहुना का समवेत स्वर ...........लाल जोड़े में शरमाई सकुचाई सी दुल्हन .......और डोली...... कैसा रूमानी सा दृश्य लगता है । है...
सिताब दियारा की अतृप्त यात्रा
( विरेन्द्र कुमार यादव ) लोकनायक जयप्रकाश नारायण का पैतृक गांव सिताब दियारा का कुछ हिस्सा बिहार में है अधिकांश उत्तर प्रदेश में ।...